राजस्थान तक पहुंचा मंकी पॉक्स का खतरा, इस जिले में मिला पहला संदिग्ध, जांच के लिए भेजे सैंपल

जयपुर. राजस्थान में मंकीपॉक्स बीमारी का पहला संदिग्ध मामला सामने आया है. मंकीपॉक्स के संदिग्ध लक्षणों वाले एक युवक को यहां एक सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. साथ ही उसके नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है. राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के अधीक्षक डॉ अजीत सिंह ने बताया कि मंकीपॉक्स के संदिग्ध लक्षणों वाले 20 साल के एक युवक को रविवार रात को किशनगढ़ से यहां भेजा गया.

उनके अनुसार उसे संस्थान के मंकीपॉक्स उपचार के लिए बने विशेष वॉर्ड में निगरानी में रखा गया है. उसके नमूने जयपुर स्थित सवाई मानसिंह चिकित्सालय एवं पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में भेजे गए हैं. सिंह ने कहा कि यह मामला संदिग्ध लक्षण का है और इसकी पुष्टि जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी.
उन्होंने बताया कि संदिग्ध मरीज चार दिन से बुखार से पीड़ित है और उसके शरीर पर चकत्ते हैं.

बेंगलुरु से लौटा था युवक
डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि संदिग्ध मरीज किशनगढ़ का रहने वाला है. युवक बेंगलुरु में पढ़ाई करता है. बीते दिनों की ट्रेवल हिस्ट्री की बात करें तो वह बेंगलुरु से वापस आया था. इसके बाद उसके शरीर में लक्षण दिखाई देने लगे थे. जानकारी के मुताबिक युवक के रूममेट के शरीर में भी समान लक्षण देखने को मिल रहे हैं. फिलहाल युवक को आईसोलेशन वॉर्ड में शिफ्ट किया गया है.
चिकित्सा विभाग ने जारी की गाइडलाइन
वहीं राजस्थान में पहला संदिग्ध मरीज सामने आने के बाद चिकित्सा विभाग भी अलर्ट हो गया है. विभाग की ओर से इसको लेकर विस्तृत गाइ़लाइन जारी कर दी गई है. सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पतालों के चिकित्सकों को विभाग ने निर्देश दिए हैं कि जैसे ही मंकी पॉक्स का कोई संदिग्ध मरीज मिलता है तो उसे तत्काल रेफर किया जाए. इसके साथ ही अस्पतालों में आइसोलेशन वॉर्ड भी तैयार किए जा रहे हैं.