हनुमानगढ़. राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के भिरानी थाना इलाके के चिड़िया गांधी गांव में गोकशी का मामला तूल पकड़ गया है. बुधवार को इस मामले में प्रदर्शन के दौरान हुये बवाल के बाद जिला प्रशासन ने चिड़िया गांधी और गांधी बड़ी गांव में कर्फ्यू लगा (Curfew imposed) दिया है.
वहीं पूरे भादरा उपखंड में इंटरनेट सेवायें बंद (Internet shut down) कर दी है. मामला बढ़ता देख जिला कलक्टर नथमल डिडेल और पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने भादरा में ही डेरा डाल दिया है.
जानकारी के अनुसार बीते दिनों एक महिला ने चिड़िया गांधी गांव में गोकशी की घटना देखी थी. उसने इसकी जानकारी अपने परिजनों और गौशाला संचालकों को दी. उसके बाद भिरानी पुलिस ने मांस के सैंपल लिए. 19 जुलाई को आई रिपोर्ट में मांस गाय का ही पाया गया. उसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. दूसरी तरफ ग्रामीणों ने अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर चिड़िया गांधी में धरना शुरू कर दिया.
पुलिस पर धरना जबरन उठाने का आरोप
उसके बाद पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. लेकिन ग्रामीण निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे रहे. इस पर 26 जुलाई की रात को पुलिस ने जबरन धरना उठा दिया और टेंट को उखाड़ दिया. इसके साथ ही एहतियात के तौर पर भादरा उपखंड में नेटबंदी कर दी. जबरन धरना उठाने और टेंट उखाड़ने से आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को चिड़िया गांधी गांव में विरोध प्रदर्शन किया.
पथराव में थानाधिकारी समेत तीन लोगों के आई चोटें
इस दौरान ग्रामीणों की पुलिस से भिड़ंत हो गई. ग्रामीणों की ओर से की गई पत्थरबाजी से भिरानी थानाधिकारी ओमप्रकाश सुथार के सिर पर और एक अन्य पुलिसकर्मी के भी हाथ पर मामूली चोट लगी. वहीं एक प्रदर्शनकारी के भी मामूली चोटें आई. इसके बाद जिला प्रशासन ने चिड़िया गांधी और गांधी बड़ी गांव में कर्फ्यू लगा दिया.
पथराव करने वालों में हरियाणा के लोग शामिल थे
जिला पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना है कि बुधवार को जो पत्थरबाजी हुई है उसमें हरियाणा के कुछ असामाजिक तत्व शामिल थे. इसकी जानकारी उनको पहले ही मिल चुकी थी. इसलिए पहले ही पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया था. इन असामाजिक तत्वों की करीब 20 बाइक को भी जब्त किया गया है. जिला प्रशासन ने आमजन से संयम बरतने की अपील की है. फिलहाल चिड़िया गांधी और गांधी बड़ी गांव में भारी पुलिस जाब्ता तैनात है.