Rajasthan news : उपभोक्ता संरक्षण आयोग (Consumer Protection Commission) द्वितीय जोधपुर ने एक फैसला सुनाते हुए रेलवे पर 50 हजार का जुर्माना लगाया है। यहां रेलवे की छोटी सी गलती उन पर भारी पड़ गई।
रेलवे पर 50 हजार रुपए का जुर्माना
बड़ी बात यह रही है कि रेलवे कर्मचारी की इस गलती के बावजूद उसके जांच-दस्ते ने यात्री को बेटिकट मानकर उससे पेनल्टी तक वसूल ली थी। इसके बाद इस अन्याय के खिलाफ यात्री ने चुप बैठने के बजाए आवाज उठाई। लिहाजा इसके बाद वर्ष 2009 आयोग में परिवाद दर्ज करा दिया। अब 13 वर्ष बाद आयोग ने इस मामले में उपभोक्ता के पक्ष में फैसला देते हुए रेलवे पर 50 हजार रुपए जुर्माना लगाया है।
ऐसे घटित हुई थी पूरी घटना
मामले के अनुसार भोपालगढ़ निवासी महेश ने 29 सितंबर 2009 को अहमदाबाद से जोधपुर यात्रा के लिये स्वयं, मां और बहन के आरक्षण टिकट के लिए फार्म भरकर दिया था। इस फार्म में रेलवे के बुकिंग कर्मचारी ने टिकट में मां और बहन के साथ उसे भी महिला अंकित कर दिया था। गलती बताने के बावजदू बुकिंग कर्मचारी ने उसमें सुधार नहीं किया। यात्रा की समाप्ति पर जब वह ट्रेन से उतरा तो जोधपुर रेलवे स्टेशन पर उड़न दस्ते ने उसकी टिकट को नहीं माना। उड़न दस्ते ने महेश को बेटिकट यात्री बताकर पुलिस कार्रवाई की धमकी दी। इसके बाद में उससे जबरन 330 रुपये जुर्माना वसूल लिया।f