लखनऊ में सब्जियों के रेट बढ़े: हफ्तेभर में दोगुने हुए टमाटर-आलू के दाम, बिगड़ा किचन का बजट

लखनऊ. यूपी की राजधानी लखनऊ में एक हफ्ते के दौरान सब्जियों के दाम में आसमान छू रहे हैं. आलम यह है कि जो सब्जियां पिछले हफ्ते तक 15 से 20 रुपए किलो मिल रही थीं, वो अ 40 से 60 रुपए किलो तक बिक रही हैं.

 

यूपी में बारिश की वजह से सब्जियों की फसल खराब हो गई है. पैदावार न होने की वजह से सब्जियां महंगी हो गई हैं. लखनऊ की सब्जी मंडी जैसे दुबग्गा सब्जी मंडी, अलीगंज सब्जी मंडी और राजाजीपुरम सब्जी मंडी में सब्जियों को दोगुने दामों पर बेचा जा रहा है.

दरअसल सब्जियों को मंडी से खरीदकर जो सब्जी विक्रेता हैं वो बाहर मनमाने दामों पर बेच रहे हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा महंगाई की मार आम आदमी की जेब पर पड़ रही है. सब्जियां महंगी हो जाने की वजह से लोगों की किचन का बजट बिगड़ गया है. लोगों की मानें तो जो सब्जियां पहले 250 रुपए में एक हफ्ते की आ जाती थीं, लेकिन अब 500 रुपए में तीन दिन की ही आ पाती हैं.

इतना हो गए दाम

टमाटर पहले 40 रुपए किलो था अब 80 बिक रहा है. पालक 20 रुपए किलो से बढ़कर 40 हो गया है. भिंडी रुपए 30 किलो थी अब 40 मिल रही है. वहीं, करेला पहले 30 से बढ़कर 40 रुपये किलो हो गया है. बैंगन पहले 50 रुपए किलो था, जो रविवार 80 रुपए किलो में मिला. परवल पहले 15 किलो था, रविवार को 60 रुपए किलो मिला है.

जबकि कद्दू 30 से बढ़कर 40 रुपए किलो हो गया है. गोभी 30 रुपए किलो थी,जो रविवार को 40 रुपए में बिकी. यही नहीं, आलू 20 रुपए से बढ़कर 30 से 40 हो गया है. तोरई 30 से 40 रुपए किलो मिल रही है.इतना ही नहीं, नींबू और मिर्ची के दाम भी बढ़ गए हैं.

जनता बेहाल, बोली थाली से सब्जियां गायब हो जाएंगी

लखनऊ के एक निजी विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रहे हैं छात्र ईशान रविवार को दुबग्गा सब्जी मंडी में सब्जी लेने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि सब्जियों के दाम इतने महंगे हो गए हैं कि सब्जियां खरीदना उनके लिए बहुत मुश्किल होता जा रहा है. वह कहते हैं कि ऐसे में वहां या तो बाहर रहकर पढ़ाई कर लें या सब्जियां ही खा लें.वहीं, रीना ने बताया कि वह गृहिणी हैं, घर का बजट बिगड़ गया है, सब्जियों की महंगी हो जाने की वजह से पहले 200 रुपये की सब्जियों में एक हफ्ता निकल जाता था, लेकिन अब 500 में बस तीन दिन की सब्‍जी आ रही है. वहीं,मोहम्मद फारूक बताते हैं कि उनके घर में प्लेट से सब्जियां गायब हो गई हैं, वह दाल से ही काम चला रहे हैं. वहीं, मोहम्मद आसिफ कहते हैं कि सब्जियां महंगी होने से घर का बजट बिगड़ गया है.