लालू से तुलना पर भड़के मंत्री वीरेंद्र, कहा- रामलाल आरोप साबित करें नहीं तो करूंगा मुकदमा

ऊना. कांग्रेस के नेता रामलाल ठाकुर द्वारा हिमाचल प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर अब मामला गरमाता नजर आ रहा है. ठाकुर की ओर से वीरेंद्र कंवर की तुलना बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से करने पर मंत्री ने नाराजगी जताई है. रामलाल ठाकुर पर जोरदार हमला बोलते हुए वीरेंद्र कंवर ने कहा कि वे उन्हें कानूनी नोटिस भी भेज रहे हैं. यदि 1 महीने तक वे इसका जवाब नहीं देते तो उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया जाएगा. वीरवार को जिला मुख्यालय के डीआरडीए सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि रामलाल ठाकुर के क्रियाकलापों से प्रदेश की जनता भली भांति वाकिफ है. उन्होंने रामलाल ठाकुर को चेतावनी दी है कि रामलाल ठाकुर उनके ऊपर लगाए गए आरोपों को साबित करें अन्यथा उनके ऊपर मानहानि का मुकदमा दायर किया जायेगा.

मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि उनका कॅरियर बेदाग रहा है और ऐसे में कोई गलत बात कहेगा तो वे बर्दाश्त नहीं करेंगे.

हिमाचल प्रदेश के पशुपालन एवं कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने गुरुवार को जिला मुख्यालय के डीआरडीए सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि रामलाल ठाकुर प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाते हैं, लेकिन उनके द्वारा की जा रही टीका टिप्पणी उनके व्यवहार और चरित्र को दर्शाती है. कृषि मंत्री ने कहा कि रामलाल ठाकुर द्वारा की जा रही स्तरहीन बयानबाजी को लेकर वह उन्हें कानूनी नोटिस भेज रहे हैं. यदि 30 दिन के भीतर रामलाल ठाकुर ने माफी नहीं मांगी और उसका उत्तर नहीं दिया तो उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया जाएगा.

कृषि मंत्री ने रामलाल ठाकुर पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि रामलाल ठाकुर के राजनीतिक जीवन में जो कुछ क्रियाकलाप रहे हैं वही उन्हें दूसरों में भी दिखाई देते हैं. उन्होंने कहा कि रामलाल ठाकुर द्वारा राजनीतिक जीवन में किए गए कारनामों से हिमाचल प्रदेश की जनता भलीभांति परिचित है, ऐसे में रामलाल ठाकुर दूसरों के चरित्र और कॅरियर पर सवाल उठाने से पहले एक नजर अपने गिरेबां में देख लें. कृषि मंत्री ने कहा कि उनका जीवन बेदाग रहा है और इसके संबंध में वह अदालत में भी शपथ पत्र दायर करने के लिए तैयार हैं. यदि रामलाल ठाकुर में दम है तो वह अपने राजनीतिक जीवन पर अदालत में शपथ पत्र दायर कर के खुद को बेदाग साबित करें.