लाहौल स्पीति. लाहौल घाटी में रविवार को हुई भारी बारिश के चलते सामान्य जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित रहा. कोकसर काजा सड़क मार्ग की विभिन्न जगहों पर चट्टान खिसकने के कारण सडक मार्ग पर पत्थर गिरने से रास्ता अवरूद्ध हो गया है.
इसके चलते इस सड़क मार्ग पर चलने वाले वाहनों के पहिए भी थम गए. इसमें सैकड़ों की संख्या में पर्यटक व राहगीर फंस गए हैं, जिन्हें पुलिस व जिला प्रशासन के संयुक्त ऑपरेशन से रेस्क्यू कर लिया गया है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में करीब 105 व्यक्ति व पर्यटकों में से 80 लोग मनाली की तरफ रवाना हो गए हैं, जबकि बाकि व्यक्तियों को कोकसर व सिस्सू में ठहराया गया है. यहां जिला प्रशासन के सहयोग से उनके लिए खाने पीने की उचित व्यवस्था की गई है.
इसके अलावा 30 लोग अपने वाहनों को ले कर छतडू पहुंच गए हैं, जिनमें से ज्यादातर वाहन चालक हैं, जिनके पास पर्याप्त मात्रा में खाने पीने के सामान मौजूद है. करीब आठ बजे रात्रि तक सड़क मार्ग बहाली के लिए 94 आरसीसी ग्रेफ की मशीनें व प्रशासनिक बचाव दल भी मौके पर पहुंच गए थे. आज एक अगस्त को करीब डेढ़ बजे रात तक चले इस बचाव अभियान में कुल 105 फंसे हुए लोगों में 39 महिलायें व 12 बच्चे भी शामिल हैं. इन्हें मौके से कोकसर तक सीमा सड़क संगठन के वाहनों की मदद से निकाला गया. इनमें से 80 व्यक्ति रात को ही अपने गंतव्य स्थान मनाली की और निकल गए, जबकि शेष को कोकसर व सिस्सू में ठहराया गया है.
उपायुक्त जिला लाहौल स्पीति सुमित खिमटा ने बताया कि अधिकांश लोगों को अवरुद्ध रास्ते से निकाल लिया गया है. इसके अलावाल 30 अन्य व्यक्ति अभी भी मौके में ही मौजूद हैं जिन्होंने अपने वाहन फंसे होने के चलते स्वेच्छापूर्वक सड़क मार्ग बहाल होने तक रुकने की इच्छा जाहिर की है. इनके भोजन व रहने की अपनी व्यवस्था इनके पास गाड़ियों में उपलब्ध है.