Solan's hospital became a showpiece during the Kovid period: city dweller

शव का अंतिम संस्कार करने पर 40 लोगों को करना पड़ा क्वारंटीन 

सोलन की महिला   रोगी  की मौत 26 तारीख को देर शाम   शिमला में हुई | रोगी की मृत्यु के बाद  शव को सोलन लाया गया | मृतक की अंतिम यात्रा में करीबन 100 लोग शामिल हुए | जब शव को दाग दे कर कुछ लोग घर जा चुके थे और करीबन 40 लोग वहीँ मौजूद थे | तभी जिला प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची और सभी का नाम सूचीबद्ध  कर दिया |  जब वहां लोगों ने इसका कारण पूछा तो पता चला कि मृतक कोरोना पॉज़िटिव  थी  | यह सुनते ही सबके पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक गई |

अब जिला प्रशासन ने सूचीबद्ध किए लोगों को क्वारंटीन कर दिया है | जिसकी वजह से लोग बेहद परेशान है और उनका कहना है कि अगर महिला कोरोना पॉज़िटिव थी तो उसका शव शिमला से सोलन क्यों भेजा गया और इसकी जानकारी सोलन जिला प्रशासन को आईजीएमसी द्वारा समय पर क्यों नहीं दी गई | उन्होंने कहा कि आईजीएमसी प्रशासन द्वारा यह एक बहुत बड़ी चूक है जिसका ख़ामियाज़ा सोलन वासी भुगत रहे है |
 

इस घटना पर रोष प्रकट करते हुए  कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता  जगमोहन मल्होत्रा ने कहा कि सोलन जिला प्रशासन  को बिना किसी सूचना के कोरोना पॉज़िटिव महिला के शव को परिजनों को सौंप दिया गया | जो गृह मंत्रालय के दिशा निर्देशों की अहवेलना है | जिसके चलते सैकड़ों लोगों को स्वास्थ्य दाव पर लग चुका है |

जिसे देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सरकार और  अधिकारी बिलकुल लापरवाह हो चुके है और  उन्हें आम जनता के स्वास्थ्य से कोई लेना देना नहीं है | वह चाहते है कि इस घटना की जांच हो और दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाए |

जब इस बारे में एसडीएम सोलन अजय यादव से पुछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें मृतक महिला के बारे में कोई जानकारी नहीं थी | जब उन्हें पता चला कि जिस महिला का अंतिम संस्कार किया जा रहा है तो वह तुरंत मौके पर पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों को सूची बद्ध कर उन्हें क्वारंटीन कर दिया गया है |

उन्होंने कहा कि जब भी आपात स्थिति में कोरोना पॉज़िटिव शव को परिजनों के सपुर्द किया जाता है तो नियमानुसार उसे घर पर नहीं लाया जाता है | शव को सपुर्द करने से पहले उसकी सूचना स्थानीय जिला प्रशासन को भी दी जाती है |

वही जब सी एम् ओ आईजीएमसी  शिमला जनक राज से इस बारे में पुछा गया तो उन्होंने बताया कि शव को परिजनों द्वारा दवाब बना कर ले जाया गया है | उन्होंने कहा कि परिजन किसी भी तरह से स्वास्थ्य विभाग का सहयोग नहीं कर रहे है | वह हिमाचल वासियों से आग्रह करते है कि कोरोना के इस संकटकाल में स्वास्थ्य विभाग अकेला कोरोना पर नियंत्रण नहीं कर सकता है सभी का सहयोग वांछित है |