सहरसा के मटेश्वर धाम मंदिर में दोनों ने शादी रचाई। इसके बाद दोनों खुशी-खुशी जीवन बिता रहे थे। इधर फिर हरप्रीति कुमारी को बिहार पुलिस में नौकरी मिल गई। नौकरी मिलने से पहले हरप्रीति कुमारी ने मिथुन कुमार से पैसे की डिमांड की, जिसे मिथुन कुमार ने पूरा किया। लेकिन नौकरी मिलते ही हरप्रीति कुमारी ने मिथुन को पहचानने से इनकार कर दिया।
सहरसा: कहते हैं कि प्यार अंधा होता है और ऐसा ही एक कहानी सहरसा में देखने को मिली, जहां एक युवक के सिर पर प्यार का बुखार इस कदर चढ़ा कि उसके सामने कोई दिखाई नहीं दिया। मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है, जहां सहरसा के मिथुन कुमार को मधेपुरा जिले के केदारघाट गांव निवासी हरप्रीति कुमारी से प्रेम हो गया। इसके बाद दोनों ने सहरसा के मटेश्वर धाम मंदिर में दोनों ने शादी रचाई। इसके बाद दोनों खुशी-खुशी जीवन बिता रहे थे। इधर फिर हरप्रीति कुमारी को बिहार पुलिस मे नौकरी मिल गई। नौकरी मिलने से पहले हरप्रीति कुमारी ने मिथुन कुमार से पैसे की डिमांड की। इसके बाद मिथुन कुमार ने 14 से 15 लाख रुपये उनके पीछे गंवा दिए। फिर जब हरप्रीति कुमारी को बिहार पुलिस में नौकरी मिली तो हरप्रीति कुमारी ने मिथुन कुमार को अपना पति मानने से ही इनकार कर दिया।
दोनों के परिवार मंदिर में हुई शादी में शामिल हुए थे
मिथुन कुमार ने बताया कि हिंदू रीति रिवाज के साथ मंदिर में शादी हुई थी। दोनों के ही परिवार रजामंदी से इस शादी में शामिल हुए थे। शादी होने के महज कुछ ही महीने मिथुन ने अपनी पत्नी हरप्रीति कुमारी के साथ बिताए। जैसे ही हरप्रीति कुमारी को बिहार पुलिस में नौकरी मिली तो उसने अपने पति को ही छोड़ दिया। फिलहाल हरप्रीति कुमारी समस्तीपुर जिले के पटोरी थाना में सिपाही के पद पर पदस्थापित हैं।