शिमला शहर के कुछ होटलों में चल रहा है जिस्मफरोशी का धंधा, पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा

शिमला में होटल की आड़ में जिस्म फरोशी का धंधा चल रहा है।  कुछ लोग होटल लीज पर लेकर इस अनैतिक काम को कर रहे हैं। 18 अगस्त को शहर के कार्ट रोड स्थित अप्सरा होटल में पकड़े सेक्स रैकेट की पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है।

जिस्मफरोशी(सांकेतिक)

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में होटल की आड़ में जिस्म फरोशी का धंधा चल रहा है।  कुछ लोग होटल लीज पर लेकर इस अनैतिक काम को कर रहे हैं। 18 अगस्त को शहर के कार्ट रोड स्थित अप्सरा होटल में पकड़े सेक्स रैकेट की पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है। जिस्मफरोशी के लिए इस्तेमाल हो रहा होटल अप्सरा शिमला के दो लोगों का है। 2021 में इन्होंने होटल को लीज पर दिया था। इसे अब जुन्गा निवासी कृष्ण लाल शर्मा चला रहा है। सेक्स रैकेट मामले में होटल संचालक जिसने होटल लीज पर ले रखा है उनकी  संलिप्ता सामने आई है। पुलिस के मुताबिक एक साल से होटल में अनैतिक काम हो रहा था। देह व्यापार को ऑनलाइन संचालित किया जाता था। दलालों के माध्यम से दिल्ली से शिमला लड़कियों को लाया जाता था। होटल की सीसीटीवी फुटेज से कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।

इसके बाद होटल संचालक और रिस्पशनिस्ट  को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने शुरुआती जांच कर होटल की सीडीआर जांच के लिए एफएसएल जुन्गा भेजी है। आरोपियों ने जांच में कबूला है कि वेश्यावृति के लिए दिल्ली से शिमला के लिए लड़कियां सप्लाई की जाती थीं। दो लड़कियां को रक्षाबंधन के दिन शिमला लाया गया था। एक युवती करीब 15 दिन से होटल में ठहरी थीं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक एस. ने बताया कि सेक्स रैकेट मामले में होटल प्रबंधक की संलिप्ता भी सामने आई है। सदर थाना के इंस्पेक्टर संदीप चौधरी पूरे मामले की तफ्तीश कर रहे हैं। पुलिस इस मामले में सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर छानबीन कर रही है। कहा कि गलत कार्य करने वालों को नहीं बख्शेंगे।

सेक्स रैक्ट में दिल्ली से गिरोह का रहा काम
सेक्स रैक्ट का पूरा नेटवर्क दिल्ली से काम कर रहा है। अब शिमला पुलिस दिल्ली में भी दबिश देनी की तैयारी कर रही है। मामले में उत्तरप्रदेश के बालकराम, राजस्थान के मनीष कुमार, राजवीर और विक्रम को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके कब्जे से पुलिस ने आठ मोबाइल और 12 अलग-अलग कंपनियों के सिम कार्ड कब्जे में लिए हैं। 19 अगस्त से आरोपी रिमांड पर चल रहे हैं। सदर थाना पुलिस गुरुवार को इन्हें अदालत में पेश करेंगी।

ऐसे होता था देह व्यापार का सौदा
पुलिस के मुताबिक व्हाट्सएप एवं वॉयस कॉल के जरिये ग्राहकों तक लड़कियों की फोटो सहित पूरी जानकारी भेजी जाती थी। 12 से लेकर 20 हजार तक एक रात का सौदा होता था। ग्राहकों तक लड़कियों को पहुंचाने का काम दलाल करता था। पुलिस जांच में सामने आया है कि होटल प्रबंधन की संलिप्तता बिचौलिये (मिडलमैन) के तौर रही है। इन्होंने सेक्स रैकेट गिरोह का साथ दिया।