नई दिल्ली. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को संसद में जानकारी दी कि देश में 21 करोड़ से ज्यादा टू-व्हीलर और सात करोड़ से ज्यादा फोर व्हीलर वाहन रजिस्टर्ड हैं. मंत्री ने बताया कि वाहन (VAHAN) पर मौजूद 3 अगस्त तक के डेटा के मुताबिक कुल वाहनों में से लगभग 5.45 लाख इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर हैं, जबकि 54,252 इलेक्ट्रिक फोर व्हीलर और उससे बड़े वाहन हैं.
डेटा से पता चलता है कि कुल वाहनों की संख्या में 2.95 लाख टू-व्हीलर और 18.47 लाख फोर-व्हीलर और उससे ज्यादा कैटेगरी ऐसे के वाहन हैं, सीएनजी, इथेनॉल, ईंधन-सेल हाइड्रोजन, एलएनजी, एलपीजी, सौर और मेथनॉल जैसा फ्यूल इस्तेमाल होता है.
लगातार हो रहा है राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास
राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास और रखरखाव के बारे में एक अलग सवाल का जवाब देते हुए गडकरी ने कहा कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) इन राजमार्गों के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है, जो आमतौर पर यातायात-योग्य स्थिति में बनाए रखा जाता है. ये राजमार्ग समय-समय पर विशेष रूप से बरसात के मौसम में क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और बाढ़, भूस्खलन, भारी बारिश आदि के कारण प्रभावित हो जाते हैं. लेकिन MoRTH यह सुनिश्चित करता है कि बहाली का काम तुरंत किया जाए और एक निर्धारित समय सीमा के भीतर यातायात सामान्य हो जाए.
यातायात की मांग के आधार पर हो रहा सड़कों का सुधार
केंद्रीय मंत्री ने संसद में कहा कि मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात की मांग के आधार पर सड़क परिवहन मंत्रालय एक्सप्रेसवे का निर्माण, मौजूदा फुटपाथों के पुनर्वास और पुनर्निर्माण, मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों की क्षमता को अपडेट करना और पुलों के निर्माण जैसी परियोजनाओं पर काम कर रहा है.
निवेश भी बढ़ेगा
एक अलग बयान में गडकरी ने पिछले महीने कुल 2,300 करोड़ रुपये की लागत से बने वाली पांच सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है. एक सुगम और फास्ट सड़क को यातायाद लाभ के अलावा, परियोजनाओं का निर्माण रोजगार के लिए एक प्रमुख स्रोत के रूप में भी देखा जा रहा है और एक बार पूरा होने पर इससे निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा.