सीहोर. सीहोर जिले में सीवन नदी में आयी बाढ़ के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया. उफनती नदी में एक कार गिर गयी जिसमें तहसीलदार नरेन्द्र ठाकुर और पटवारी महेन्द्र रजक सवार थे. युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे रेस्क्यू अभियान के दौरान महेन्द्र रजक का शव और कार बरामद कर ली गयी है लेकिन तहसीलदार नरेन्द्र ठाकुर का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है.
तहसीलदार नरेंद्र ठाकुर और पटवारी महेंद्र रजक दोनों सीहोर जिले के रहने वाले थे. सोमवार की देर रात दोनों अपने कुछ मित्रों के साथ एक फार्महाउस पर पार्टी करके अपनी आई – 20 कार से घर वापिस लौट रहे थे. वो रास्ते में फोन के जरिए घर वालों के संपर्क में थे लेकिन तभी अचानक दोनों के सेल फोन ऑफ हो गए. परेशान परिवार वालों ने सुबह होते होते इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट मंडी थाने में दर्ज करवाई.
कर्बला पुल के नीचे नदी में मिली कार और शव
खबर मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया. उसने फौरन तलाशी अभियान शुरू करवाया. एसडीआरएफ की टीम बुलवायी गयी. तलाशी के दौरान कर्बला पुल पर उफन रही सीवन नदी में इनकी कार डूबी मिली. हादसे की आशंका को देखते हुए कर्बला पुल पर सर्चिंग अभियान शुरू किया गया और थोड़ी ही देर में पटवारी महेन्द्र रजक का शव बरामद कर लिया गया. लेकिन पटवारी नरेन्द्र ठाकुर का अभी तक पता नहीं चल पाया है.
दोस्तों के साथ पार्टी कर लौट रहे थे
तहसीलदार नरेंद्र ठाकुर शाजापुर के मोहन बड़ोदिया में पदस्थ हैं और पटवारी महेंद्र रजक सीहोर के नसरुल्ला गंज में पदस्थ थे. दोनों सीहोर के रहने वाले थे. सोमवार रात ये सीहोर के नजदीक रफीकगंज में अपने एक दोस्त के फॉर्म हाउस पर चार दोस्तों के साथ पार्टी करने गए थे. वहां से ये दोनों रात 11 बजे अपनी कार आई 20 में सवार होकर से घर के लिए रवाना हुए थे. उसके बाद अचानक इनके मोबाइल फोन बंद आने लगे. चिंतित परिवार ने मंडी थाना पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी. सीहोर प्रशासन ने उफान पर चल रहे कर्बला पुल पर एसडीआरएफ की टीम बुलाकर रेस्क्यू शुरू करवाया.
तहसीलदार की तलाश जारी
सीवन नदी के अवंतिका गांव के पास नदी के प्रवाह में फंसी आई 20 कार गहरे में डूबी मिली. एसडीआरएफ की टीम, पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर कार बाहर खींची. घटनास्थल से पटवारी महेंद्र रजक का शव मिला. लेकिन तहसीलदार नरेंद्र ठाकुर का फिलहाल पता नहीं चल पाया है. फिलहाल रेस्क्यू जारी है.