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सेब मंडी में खरीददारों और बागबानों की नहीं आने देंगे कमी :  डा० आर के शर्मा 

सोलन की सेब मंडी में करोड़ों रूपये का व्यवसाय हर वर्ष  होता है | जहाँ देश और प्रदेश के व्यवसायी  और बागबान सेब  खरीदने और बेचने के लिए आते है | इस व्यवसाय पर कोरोना कर्फ्यू का असर न पड़े इसके लिए उच्च स्तर की योजनाएं एपीएमसी द्वारा चलाई जा रही है | सेब मंडी में ग्राहकों की कमी न रह जाए इस लिए  जहाँ एक और देश के व्यापरियों से सम्पर्क किया जा रहा है वहीँ प्रदेश के बागबानों के दिलों से कोरोना का डर निकालने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है और उन्हें एपीएमसी सोलन द्वारा यह अपील की जा रही है कि वह बेख़ौफ़ हो कर सोलन पहुंचे उनकी फसल के उचित दाम दिलवाने में सोलन एपीएमसी पूरी मदद करेगा और किसी भी तरह की दिक्क्त और परेशानी उन्हें नहीं आने दी जाएगी | वहीँ मंडी में मज़दूरों की कमी न रह जाए इसको लेकर भी  एपीएमसी सजग नज़र आ रही है और मज़दूरों से सम्पर्क साधा जा रहा है |  एपीएम् सी  सोलन का प्रशासन  चार महीनों से बिना  छुट्टी किए  सोलन मंडी की व्यस्था को पटरी पर लाने का प्रयास कर रहा है जिसमे उन्हें लगातार कामयाबी भी हासिल हो रही है | 


अधिक जानकारी देते हुए एपीएमसी के सचिव  डा०  आर के शर्मा  बताया कि सेब के व्यापारियों और बागबानों को  कोई भी परेशानी न हो इस के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे है | उन्होंने बताया कि कुछ खरीददार जो अन्य राज्यों से सोलन और परवाणु की मंडी में सेब खरीदने के लिए आते थे उन्हें वहां की सरकार पास उपलब्ध नहीं करवा रही थी इस लिए एपीएमसी ने उन्हें विशेष सर्टिफिकेट जारी किए है ताकि वह उनके आधार पर पास लेकर सोलन आ सकें | उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के डी एम् से भी संपर्क साधा जा रहा है | उन्होंने कहा कि सेब और टमाटर का सीज़न एक साथ चलता है जिसके चलते यहाँ भारी भीड़ देखी जाती है इस लिए एपीएमसी  पहले से ज़्यादा चौकन्नी हो चुकी है हर बात का बारीकी से ख्याल रखा जा रहा है ईवन और ऑड  के फार्मूले पर भी विचार किया जा रहा है | उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षित रहे और सेब और टमाटर का व्यापार भी प्रभावित न हो इसके लिए ठोस रणनीति बनाई जा रही है |