खेलने की कोई उम्र नहीं होती और न ही कभी खिलाड़ी वृद्ध होता है। यह बात सोलन के बैडमिंटन हॉल में साबित होती दिखाई दे रही है। यहाँ खिलाड़ी जो रिटायर भी हो चुके है वह भी बड़ी चुस्ती और स्फूर्ति के साथ स्मैश मारते देखे जा सकते है। आज कल के युवा जो मोबाइल गेम में विजय पा कर खुश हो जाते है उन्हें भी इन खिलाड़ियों से सीख लेने की आवश्यकता है। उन्हें भी मोबाइल की दुनिया से बाहर निकल कर खेल के मैदान में आने की आवश्यकता है। ताकि वह भी चुस्त दरुस्त रहें। आप को बता दें कि सोलन के एकमात्र बैडमिंटन हॉल में यह जिला स्तरीय मास्टर बैडमिंटन प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। जिसमें जिला भर से आए खिलाड़ी भाग ले रहे है। यह जानकारी सचिव यादविंद्र सैनी ने मीडिया को दी।
2023-02-03