स्कूल में अव्यवस्था देख भड़के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो, कहा- शिक्षकों को फटकार नहीं लगाएं तो क्या उन्हें फूल दें

बोकारो. झारखंड के बोकारो जिले में स्कूलों के निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था देखकर राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने शिक्षकों को खूब फटकार लगाई है. दरअसल बोकारो के एक स्कूल में अव्यवस्था देखकर शिक्षा मंत्री भड़क उठे और कहा कि हम उस अधिकार में हैं, इसलिए फटकार लगा रहे हैं.

बोकारो में स्कूलों के निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था देखकर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने शिक्षकों को खूब फटकार लगाई है.

उन्होंने शिक्षकों को घेरते हुए कहा कि फटकार नहीं लगाए तो क्या करें, उन्हें फूल ले जाकर देने का काम करें? स्कूल में 18 शिक्षक होने के बाद भी बच्चे इधर-उधर घूम रहे थे. अभी हम हाथ जोड़ जोड़ कर उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं.

बता दें, राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो प्रतिदिन एक विद्यालय का निरीक्षण करने का लक्ष्य लेकर अपने आवास से निकलते हैं. इसी क्रम में उन्होंने बेरमो प्रखंड फुसरो नगर स्थित राजकीय मध्य विद्यालय न्यू भागलपुर फुसरो का निरीक्षण किया. यहां उन्होंने प्राचार्य तथा शिक्षकों से विद्यालय में व्याप्त अव्यवस्था को लेकर उनसे जवाब मांगा. लेकिन, वे सकारात्मक जवाब नहीं दे पाए. इस पर मंत्री ने जमकर शिक्षकों को फटकार लगाई है .

‘क्या आपलोगों में डर-भय खत्म हो चुका है’

इस मौके पर जिला शिक्षा अधीक्षक रेणुका तिग्गा भी मौजूद रहीं. वहीं शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों से कहा कि आपको पता नहीं है कि मैं अभी यहां हूं. आप लोगों में डर-भय पूरी तरह से खत्म हो चुका है क्या? शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों को सख्त चेतावनी देते हुए एक हफ्ते के अंदर विद्यालय में आवश्यक कार्यों को पूर्ण करने का निर्देश दिया. बता दें, शिक्षा मंत्री के निरीक्षण के दौरान स्कूलों में अफरातफरी की स्थिति बनी रही. शिक्षा मंत्री के निरीक्षण को लेकर शिक्षकों के बीच-बीच भी तरह की चर्चाएं होती रही.

‘1 लाख वेतन ले रहे हैं तो गरीबों की सेवा करें’

जब इस मसले पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो से बात की गई कि उन्होंने कहा कि हम जो चाहते हैं वह नहीं हो रहा है. विद्यालय में 18 शिक्षक पदस्थापित होने के बावजूद बच्चे इधर-उधर घूम रहे थे. यही हमारी नाराजगी की वजह थी. उन्होंने कहा कि समय आते आते सब समझ जाएंगे. अभी समय हुआ कहां है. उन्होंने कहा कि हम समझाने का प्रयास कर रहे हैं हाथ जोड़ जोड़ रहे हैं. हम कह रहे हैं कि सरकार से 1 लाख वेतन ले रहे हैं गरीब की सेवा करें धोखा देने का काम क्यों कर रहे हैं.