स्थानीय MLA व MP सहित सिरमौर के अधिकतर दलित नेता रहे नदारद

संगड़ाह। गिरिपार को Shedule Tribe Status के मुद्दे पर रेणुकाजी में रविवार को हुई Hati महाखुमली मे सिरमौर की डेढ़ सौ के करीब पंचायतों से भारी भीड़ जुटी। Power Minister of Himachal सुखराम चौधरी सहित सभी वक्ताओं ने उक्त मांग को सिरे चढ़ाने के संतोषजनक प्रयास के लिए BJP President JP Nadda सहित सभी आला भाजपा नेताओं का आभार जताया। Mahakhumli Confrence मे स्थानीय Congress विधायक विनय कुमार के अलावा MP एंव भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप व MLA पच्छाद रीना कश्यप जैसे Sirmaur के आला Dalit Leaders नही पंहुचे।

ST Status के मुद्दे पर अब जबरदस्त Cast based Polarization यहां हो चुका है और Social Media पर स्वर्ण व दलितों मे तनाव की स्थिति बनी हुई है। कल गिरिपार अनुसुचित जाति अधिकार संरक्षण समिति इस मांग के खिलाफ Kinkri Devi Park संगड़ाह मे विशाल Rally करेगी। हाटी महाखुमली मे BJP के साथ-साथ गिरिपार क्षेत्र के Congress, AAP व CPIM के कंई नेता व कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधी भी मौजूद रहे। हाटी खुमली के बाद मीडिया से बात करते हुए ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि, प्रदेश व केंद्र मे सत्तासीन भाजपा सरकार 5 दशक पुराने इस मामले को लेकर गंभीर है और Case से जुड़ी सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि, कल सिरमौर दौरे पर पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी इस बारे आश्वासन दिया है।

Chief Minister जयराम ठाकुर के करीबी व शिलाई पूर्व BJP विधायक बलदेव तोमर ने कहा कि, करीब 55 सालों से इस मुद्दे को लेकर जद्दोजहद चल रही है और विरोधी दल ने इस पर सिर्फ राजनीति की है। उन्होंने ऐलान किया है कि, यदि विधानसभा Election से पहले गिरिपार जनजातिय क्षेत्र घोषित नहीं हुआ, तो वह Vote मांगने नहीं जाएंगे। बलदेव तोमर ने कहा कि, विपक्ष के नेता इस मामले को लेकर महज राजनीति कर रहे हैं

और अनुसूचित जाति वर्ग से जुड़े लोगों को भड़काने की कोशिश की जा रही है। हिमाचल में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 1 बार फिर जनजातीय क्षेत्र का यह मामला जोर पकड़ चुका है और 5 दशक से हर चुनाव मे गिरिपार का जिन्ह बोतल से निकलता है। गिरिपार को जनजातीय दर्जे के खिलाफ अनुसुचित जाति अधिकार संरक्षण समिति द्वारा HP High Court मे दायर CWP पर जानकारी के अनुसार 20 सितंबर को अगली सुनवाई होनी है।

इस मामले मे polarization व मांग पूरी होने से हालांकि BJP को इस Election में बड़ा फायदा हो सकता है, मगर Case सबज्युडिस होने के चलते नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। बहरहाल उक्त मुद्दे को लेकर काफी ध्रुवीकरण व तनाव पेला हो चुका है और Congress, CPI (M) व AAP से जुड़े ब्राह्मण व राजपूत कार्यकर्ता फिलहाल BJP शरणम् गच्छामी नजर आ रहे हैं।