बाड़मेर. भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित बाड़मेर (Barmer) जिले में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक सरकारी स्कूल में कथित रूप से अफीम पिलाने (Opium Party) का वीडियो वायरल हो रहा है. यह वीडियो 15 अगस्त का बाड़मेर के गुडामालानी के रावली नाडी गांव के सरकारी स्कूल का बताया जा रहा है. यहां स्कूल में स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया था. उस दौरान छात्र और शिक्षकों के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण भी मौजूद थे.
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस वीडियो में ग्रामीण स्कूल में बैठकर अफीम की पार्टी (रियाण) करते हुये दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो में नजर आ रहा है कि किस तरीके से ग्रामीण अफीम को घोटकर और फिर उसे मौजूद लोगों को कटोरी में डालकर पिला रहे हैं. बताया जा रहा है कि इस मामले की शिकायत के बाद शिक्षा विभाग की एक टीम भी वहां पहुंची थी. लेकिन तब तक ग्रामीण वहां से जा चुके थे. शिक्षा विभाग की टीम को वहां कोई नहीं मिला. हालांकि अभी तक इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि कटोरी में पिलाया जा रहा लिक्विड अफीम ही थी. शिक्षा विभाग का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.
बाड़मेर में रियाण की परंपरा है
दरअसल राजस्थान के बाड़मेर में रियाण की परंपरा है. रियाण किसी खास अवसर पर अफीम के सेवन को कहा जाता है. रियाण में सार्वजनिक रूप से अफीम के पानी को किसी बर्तन में लेकर फिर उससे सभी को पिलाया जाता है. बाड़मेर में रियाण पार्टी पहली बार चर्चा में तब आई थी जब नवंबर 2007 में पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह ने रियाण का आयोजन किया था.जसवंत सिंह के खिलाफ दर्ज हुआ था केस
उस समय सिंह ने बाड़मेर में अपने फार्म हाउस पर राजस्थान सरकार के तत्कालीन मंत्रियों और बीजेपी नेताओं को उसमें बुलाया गया था. तब राजस्थान में वसुंधरा राजे की सरकार थी और जसवंत सिंह के खिलाफ इस मामले एक केस भी दर्ज हुआ था. उसके बाद इस मसले पर राजनीति भी खूब गरमायी थी. बीजेपी और कांंग्रेस में बयानबाजी का लंबा दौर चला था. उसके बाद रियाण एक बार फिर अब चर्चा में आई है.