New Delhi: आज के समय में महिलाओं के पास भी रोजगार के काफी साधन हैं लेकिन कई महिलाओं को इसकी जानकारी नहीं होती हैं। वहीं कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो खुद जिंदगी में कुछ करना चाहती हैं लेकिन उन्हें परिवार की ओर से साथ नहीं मिल पाता है। आज हम आपको एक ऐसी ही महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने खुद को गृहिणी से सफल बिज़नसवुमन बना लिया है।
इस महिला का नाम पूजा बताया जा रहा है जो हरियाणा के यमुनानगर के कांजनू गाँव की निवासी हैं। वे हमेशा से ही खुद के पैरों पर खड़ा होना चाहती थी और अपने परिवार की आर्थिक मदद करना चाहती थी लेकिन उन्हें कोई राह नज़र नहीं आ रही थी जिसके बाद हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के बारे में जानने के बाद ही उन्होंने खुद को आत्मनिर्भर बनाने का फैसला किया।
इस तरह आया आत्मनिर्भर बनने का विचार
दैनिक जागरण के मुताबिक पूजा ने सिर्फ 10वीं तक ही पढ़ाई की हुई है। आज से कुछ वर्ष पहले पूजा के पास कोई काम नहीं था और वे बेरोजगार थी। लेकिन आज वे सफल बिज़नसवुमन के तौर पर अपनी पहचान बना चुकी हैं। पूजा के मुताबिक उनके गाँव में कई स्वयं सहायता समूह भी हैं। लेकिन वे कभी उनसे नहीं जुड़ी हैं। वहीं एक दिन पूजा के गाँव में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की बैठक का आयोजन किया गया था।
यहाँ महिलाओं को स्वरोजगार से जुड़ी कई अहम बातों को बताया गया था। वहीं इस दौरान गाँव की महिलाओं को उन सभी महिलाओं के बारे में भी बताया गया था जिन्होंने सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़कर खुद को आत्मनिर्भर बनाया है। इसके बाद पूजा को भी इस काम में रुचि हुई और उन्होंने भी अपना काम शुरू करने का फैसला कर लिया।
आज मसालों का कर रही हैं बिज़नस
पूजा ने बिज़नस करने का फैसला तो कर लिया था लेकिन उनके लिए भी ये सफर आसान नहीं होने वाला था। पूजा के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वे अपना बिज़नस शुरू कर सकें। ऐसे में इस मिशन के तहत ही पूजा की मदद भी की गई। इस मिशन के तहत ही उन्हें 1 लाख रुपये की मदद भी दी गई। लेकिन आज पूजा अपनी कड़ी मेहनत से इस पैसे को दे चुकी हैं।
आज पूजा मसाले का बिज़नस करती हैं जिससे उन्हें अच्छी ख़ासी कमाई भी हो रही है। हालांकि महामारी के आने के बाद उनके काम पर भी इसका बुरा असर पड़ा लेकिन अब धीरे धीरे उनका काम वापस से रफ्तार पकड़ रहा है। इससे पूजा को लाखों की कमाई भी हो रही है। वहीं खास बात ये है कि पूजा आज कई अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही हैं।