जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति के काजा में 880 मेगावाट के प्रस्तावित इस सोलर ऊर्जा पार्क की डीपीआर तैयार कर ली गई है। सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) ने परियोजना की डीपीआर तैयार कर मंजूरी के लिए केंद्रीय नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) को भेज दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वाकांक्षी अल्ट्रामेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क (यूएमआरईईपी) विकसित करने की योजना हिमाचल प्रदेश में सिरे चढ़ने जा रही है। जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति के काजा में 880 मेगावाट के प्रस्तावित इस सोलर ऊर्जा पार्क की डीपीआर तैयार कर ली गई है। सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) ने परियोजना की डीपीआर तैयार कर मंजूरी के लिए केंद्रीय नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) को भेज दी है। यहां से मंजूरी मिलने के बाद सोलर पार्क बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। देश का यह पहला सबसे बड़ा सोलर ऊर्जा पार्क होगा। इस पूरी परियोजना पर करीब 5,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होगा। एसजेवीएनएल इसका निर्माण करेगा। इसमें काजा में सात जगह सोलर प्लांट बनेंगे। इनमें 100 से 200 मेगावाट तक बिजली तैयार होगी।