हिमाचल के मुख्यमंत्री के ध्यानार्थ : आपके गृह जिला में खतरे में नौनिहाल, प्लीज कुछ करें…

हमीरपुर,07 अगस्त : अंगदान को महादान का दर्जा दिया गया है। नादौन की एक महिला का निधन शुक्रवार देर शाम को हुआ। परिजनों ने उनकी आंखें दान देने का निर्णय ले लिया। इसके बाद हमीरपुर के नेत्र संग्रह केंद्र (Eye collection Centre)  के चिकित्सकों की टीम ने मधु जैन के घर पहुंच कर प्रक्रिया को अंजाम दिया। 

बताया जा रहा है कि केंद्र बनने के बाद जिला का यह पहला मामला है,जब देहांत के बाद मृतक की आंखों को सुरक्षित निकाला गया हो। घर जाकर ऑपरेशन से आंखों को सुरक्षित निकालने का ये प्रथम मामला है। शुक्रवार देर शाम शहर के वार्ड 3 निवासी प्रसिद्ध कारोबारी जिनेंद्र जैन की 65 वर्षीय पत्नी मधु जैन का अचानक निधन हो गया। दुखद समाचार मिलते ही शहर में शोक की लहर दौड़ गई। 

रात करीब 10 बजे जिनेंद्र जैन, पुत्र स्वीकार जैन, पुत्री शेफाली जैन व पुत्रवधू शालिनी जैन ने निर्णय लिया कि वो मधु जैन की आंखें दान करेंगे। ताकि किसी के जीवन में उजाला हो सके। उन्होंने प्रसिद्ध सामाजिक संस्था केयर फाउंडेशन के पदाधिकारी उदय जैन से संपर्क किया। 

रात करीब 12 बजे उदय जैन ने जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरके अग्निहोत्री से संपर्क किया। रात करीब एक बजे डॉ मुक्ता की टीम ने ऑपरेशन आरंभ किया। डेढ़ घंटे के बाद आंखों को सुरक्षित निकाल लिया गया। पूरी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद रात तीन बजे यह विशेष टीम आंखें लेकर वापस हमीरपुर चली गई।

पता चला है कि जिला भर में यह अपनी तरह का पहला मामला है, जिसमें घर जाकर यह प्रक्रिया पूर्ण की गई है। शनिवार को सैकड़ों नम आंखों ने मधु जैन को अंतिम विदाई दी। उनकी पार्थिव देह को उनके बेटे स्वीकार जैन ने मुखाग्नि दी।  मधु जैन अपने पीछे पति, एक बेटा व एक बेटी छोड़ गई है। बेटे स्वीकार जैन ने बताया कि माता के देहांत के बाद परिवार ने यह निर्णय लिया ताकि उनकी माता की आंखों से किसी जरूरतमंद का जीवन रोशन हो सके।