नाहन. हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के बाद सिरमौर जिले में सीमावर्ती क्षेत्र पर यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है. जलस्तर बढ़ने के बाद सिरमौर जिले का पांवटा साहिब प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. प्रशासन ने यमुना नदी किनारे गोताखोरों के साथ-साथ यहां पुलिस व होमगार्ड के जवानों की तैनाती की है.
दरअसल, भारी बरसात के बाद इस बार यमुना नदी ने अपने उफान के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है. मीडिया से बात करते हुए मौके का जायजा लेने पहुंचे डीएसपी पौंटा साहिब वीर बहादुर सिंह ने बताया कि यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए यहां पर पुलिस व होमगार्ड के जवानों की तैनाती की गई है. उन्होंने कहा कि गिरी नदी जल स्तर बढ़ने के कारण बार-बार जटोन डैम के फाटक खोले जा रहे हैं, जिससे यमुना नदी का जल स्तर और ज्यादा बढ़ जाता है. सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने यमुना नदी के किनारे जगह-जगह चेतावनी बोर्ड भी लगाए हैं और लोगों को नदी के समीप बनाए जाने की सलाह दी है.
सिरमौर में पांवटा शिलाई नेशनल हाईवे-707 हेवना के पास बंद हो गया है. रात को पहाड़ी से भूस्खलन होने से सड़क बंद हो गई है. यात्रियों ने पहाड़ी चढ़कर दूसरे छोर पर पहुंच कर सफर किया. इसके अलावा, सोलन जिले में धर्मपुर-कसौली रोड धर्मपुर चौक से करीब 500 मीटर आगे धंसा है. वाहनों को वाया सुक्की जोहड़ी सनावर रूट पर डायवर्ट कर दिया गया है. वहीं, चंबा में लाहड़ू-चुवाड़ी सड़क पर भी भूस्खलन होने से सड़क मार्ग बंद हो गया है.
186 लोगों की जा चुकी जान
हिमाचल में मॉनसून की बारिश खूब तबाही मचा रही है. सीजन के 45 दिन के दौरान सड़क दुर्घटनाओं, बाढ़, बादल फटने इत्यादि से 186 लोगों की मौत हो चुकी है. शिमला जिला में सबसे ज्यादा 31 लोगों की जान जा चुकी है. साथ ही 680 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.