शिमला, 03 अगस्त : हिमाचल प्रदेश में मानसून धीमा पड़ गया है। राज्य के अधिकतर इलाकों में बुधवार को बादल नहीं बरसे। पिछले दो दिनों से राज्य के कुछ स्थानों पर छिटपुट वर्षा हुई। बारिश का दौर थमने से मैदानी क्षेत्रों में तापमान में बढ़ौतरी होने से लोग उमस भरी गर्मी से बेहाल होने लगे हैं। हालांकि मानसून से दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं। राज्य में अभी भी कई सड़कें बंद पड़ी हैं। जगह-जगह भूस्खलन होने से जान-माल को भारी नुकसान पहुंच रहा है। नदी-नाले उफान पर हैं।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आगामी दिनों में राज्य में भारी बरसात होने की आशंका है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने पांच से सात अगस्त तक मैदानी एवं मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर गर्जन व तड़ित का येलो अलर्ट रहेगा। राजधानी शिमला सहित आसपास के क्षेत्रों में बुधवार को आसमान बादलों से घिरा रहा, हालांकि वर्षा नहीं हुई।
बीते 24 घंटों के दौरान पांवटा साहिब में 14, धौला कुआं में पांच और धर्मशाला में चार मिमी वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि पिछले दो दिनों में राज्य में मानसून कमजोर रहा है। उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटों में राज्य में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। पांच, छह व सात अगस्त को प्रदेश में खराब मौसम का येलो अलर्ट रहेगा। इस दौरान मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश होने की आशंका है।
शिमला में बुधवार को अधिकतम तापमान 22.7 डिग्री, सुंदरनगर में 32.4 डिग्री, भुंतर में 33.4 डिग्री, कल्पा में 24.2 डिग्री, धर्मशाला में 29.2 डिग्री, उना में 37.2 डिग्री, नाहन में 28.1 डिग्री, केलांग में 25.8 डिग्री, पालमपुर में 27.8 डिग्री, सोलन में 29.1 डिग्री, मनाली में 27 डिग्री, कांगड़ा में 32.7 डिग्री, मंडी में 33.6 डिग्री, बिलासपुर में 33 डिग्री, हमीरपुर में 32.6 डिग्री, चंबा में 31.6 डिग्री, डल्हौजी में 24 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 25.3 डिग्री, कुफरी में 19.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राज्य में 31 सड़कें, 60 ट्रांसफार्मर बंद, छह पशुशालाएं ध्वस्त
प्रदेश में पिछले दिनों हुई भारी वर्षा से कुछ क्षेत्रों में जनजीवन अभी भी सामान्य नहीं हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को राज्य में 32 सड़कें, 60 ट्रांसफार्मर और आठ पेयजल स्कीमें बंद रहीं। कुल्लू जिला में 17, मंडी में नौ, सोलन में दो और चंबा, कांगड़ा व लाहौल-स्पीति में एक-एक सड़क अवरूद्व रही।
इसके अलावा चंबा जिला में सर्वाधिक 58 और कुल्लू में दो ट्रांसफार्मर ठप रहे। चंबा में सात और लाहौल-स्पीति में एक पेयजल स्कीम भी बाधित हुई। हमीरपुर और शिमला जिलों में एक-एक कच्चा मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ। वहीं कांगड़ा व मंडी में दो-दो और बिलासपुर व सिरमौर में एक-एक पशुशाला धराशायी हुई। चंबा जिला में एक दुकान भी बारिश से जमींदोज हुई। प्रदेश में वर्षा जनित हादसों से तीन लोगों की मौत हुई। कांगड़ा जिला में पानी के तेज बहाव में बहने से एक व्यक्ति मारा गया। शिमला जिला में पहाड़ी से गिरने और वाहन दुर्घटना में दो लोगों की जान गई।