हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है। मौसम विभाग के अलर्ट के बीच बीती रात से प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। भारी बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन से मंगलवार सुबह तक 147 सड़कें ठप थीं। इसके अलावा 475 बिजली ट्रांसफर व 50 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं। सबसे ज्यादा 43 सड़कें कुल्लू जिले में ठप हैं।
वहीं चंबा में 33, शिमला 32 और सिरमौर जिले में 21 सड़कें बाधित हैं। उधर, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज प्रदेश में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि 25 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। पर्यटकों व स्थानीय लोगों को नदी नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। साथ ही संबंधित विभागों की ओर से जारी एडवाइजरी का पालन करने को कहा गया है। पूरे प्रदेश में 30 अगस्त तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है।
इन जिलों में अचानक बाढ़ का खतरा
भारी बारिश के चलते नदी-नालों में जल स्तर बढ़ने से कई जिलों में बाढ़ आने का खतरा जताया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान कांगड़ा, चंबा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सोलन, किन्नौर व सिरमौर के कई भागों में अचानक बाढ़ का खतरा जताया है।
चौहार घाटी में तबाही, जान जोखिम में डाल स्कूल पहुंचे बच्चे
मंडी जिले की चौहारघाटी में मूसलाधार बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बीते दिनों फियुंनगलू-धरमेहड़-सुधार और सिल्ह-बुधानी मार्ग जगह-जगह भूस्खलन से बाधित हुआ था। वहीं मंगलवार रात को फिर हुई बारिश से लोगों की दिक्कतें और बढ़ गई हैं। लोक निर्माण विभाग ने तियुनपुल के पास क्षतिग्रस्त सड़क को धरमेहड़ तक बहाल कर दिया है। आगे का मार्ग बहाल करने के लिए मशीनरी लगाई गई है। सिल्हबुधानी पंचायत के कुंगड़ गांव के विद्यार्थी भूस्खलन के चलते बंद हुए रास्ते को जोखिम में पार कर स्कूल पहुंच रहे हैं।
सुधार मार्ग में करसेहड़ के पास सड़क धंसने से एक कार खतरे की जद में आई है। सिल्हबुधानी सड़क में पेड़ गिरने से एक टिप्पर को नुकसान हुआ है। दगवाण धार के पास पहाड़ी से भूस्खलन और चट्टानें गिरने से मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। यहां दो पहिया वाहन निकालना भी मुश्किल हो गया है। सुधार पंचायत प्रधान निशा ठाकुर ने बताया कि नुकसान के बारे में स्थानीय राजस्व अधिकारी को अवगत कराया गया है।
वहीं, जिले की राजकीय माध्यमिक पाठशाला तवाराफी में मुसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन से तबाही हुई है। स्कूल के इंचार्ज राकेश कौशल ने बताया कि भारी बारिश के कारण स्कूल मैदान के सामने की पहाड़ी से भूस्खलन हुआ और बड़े-बड़े पत्थर स्कूल कैंपस के अंदर तक आ पहुंचे। एक पत्थर सीधा स्कूल भवन की दूसरी मंजिल की रेलिंग से टकराया। गनीमत रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि नुकसान की सूचना शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को भेज दी गई है
वहीं, चंबा जिले में सलूणी, चुराह उपमंडल में भारी बारिश से व्यापक नुकसान हुआ है। जलस्तर बढ़ने से सलूणी हिमगिरि रोड (शुक्राह) मढ़ी नाला पर बना पुल बह गया है। इससे सलूणी- हिमगिरी मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। ग्राम पंचायत (कुठेड बुधोड़ा) के गांव प्रितमास में भारी बारिश से मक्की की फसल बरबाद हो गई है।
कुल्लू जिले में तीन दिन मौसम साफ रहने के बाद रात को जमकर बादल बरसे हैं। कुल्लू जिले में तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ।