अंकल हमें खाना खिलाकर घर छोड़ देना… सुनते ही सतर्क हो गया ई-रिक्शा ड्राइवर, दो बच्चियों को किडनैप होने से बचाया

अंकल हमें खाना खिलाकर घर छोड़ देना… ई-रिक्शे में बैठते समय जब दो बच्चियों ने अपने साथ वाले आदमी से कहा तो यह सुनकर ई-रिक्शा ड्राइवर ब्रह्मदत्त के कान खड़े हो गए। कुछ गड़बड़ी की आशंका हुई तो उसने बच्चियों से पूछा कि क्या वो इस आदमी को जानती हैं। इसके जवाब में बच्चियों ने ना कहा। इस पर ब्रह्मदत्त ने पास खड़े ट्रैफिक पुलिस के जवान को जानकारी दी। इस तरह दो बच्चियां किडनैप होने से बच गई।

लड़कियों से भीख मंगवाना चाहता था आरोपी
मामला विवेक विहार स्थित बालाजी मंदिर के पास का है। यहां एक शख्स 7 और 4 साल की दो बच्चियों के साथ ई-रिक्शा में बैठा। उसे करीब डेढ़ किलोमीटर दूर चिंतामणि चौक पर उसे उतरना था। इस दौरान ई-रिक्शा वाले को शख्स की गतिविधियां कुछ संदिग्ध लगीं। लिहाजा ड्राइवर ने शख्स से दोनों बच्चियों की बारे में पूछताछ की। वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। ई-रिक्शा वाले ने चिंतामणि चौक पर खड़े ट्रैफिक स्टाफ के पास ई-रिक्शा रोक दिया। विस्तार से सारी बात उन्हें बताई। ट्रैफिक स्टाफ ने सख्ती से पूछताछ को तो आरोपी ने बताया कि वह लड़कियों को किडनैप करके ले जा रहा था। इनसे वह अपने लिए भीख मंगवाने का काम करवाना चाहता था।

बिहार का रहने वाला है आरोपी संजय
डीसीपी (शाहदरा) आर. सत्यसुंदरम ने बताया कि आरोपी की पहचान बिहार के छपरा जिले के रहने वाले संजय (40) के तौर पर हुई है। वह यहां फुटपाथ पर रहता है। वाकिया 4 मार्च सुबह 10:30 बजे का है। ई-रिक्शा चलाने वाले ब्रह्म दत्त (20) ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने विवेक विहार स्थित बालाजी मंदिर के बाहर से दोनों बच्चियों को उनके ई-रिक्शा में बिठाया। चिंतामणि चौक पर उसने उतरने की बात कही। शक होने पर उन्होंने आरोपी से बच्चियों के बारे में पूछताछ की तो इधर-उधर की बातें करने लगा। इसलिए उन्होंने ट्रैफिक स्टाफ को देख उनके आगे ई-रिक्शा रोक दिया।