कांगड़ा के इंदौरा के पास चक्की नामक स्थान पर बने 133 साल पुराने रेलवे पुल के अचानक से ढह जाने के मद्देनजर कांगड़ा के जिलाधीश डॉक्टर निपुण जिंदल ने न्यायित जांच के आदेश पारित कर दिये हैं, इसके लिये बाकायदा उन्होंने कांगड़ा प्रशासन के एडीएम रोहित राठौर को नियुक्त किया है और उन्हें 15 दिन के अंदर इस मामले की जांच करने के बाद उसकी रिपोर्ट उन्हें सौंपने को कहा है, तो वहीं सड़क यातायात के लिये भी उसी पुल के ठीक बगल में बने नेशनल हाईवे 154 के लंबे चौड़े पुल में भी पंजाब की तरफ से आई दरारों के मद्देनजर उन्होंने उस पुल को भी अनिश्चितकाल के लिये वाहनों की आवाजाही के लिये बंद कर दिया है और इसके लिये नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है कि वाहनों की सुरक्षा की लिहाज से ये पुल कितना सुरक्षित है, इस बारे में जानकारी देते हुये जिलाधीश निपुण जिंदल ने कहा कि रेलवे पुल के टूटने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं कुछ लोग कह रहे हैं कि ये पुल रेलवे प्रशासन की अनदेखी का शिकार हुआ है क्योंकि वक्त पर इसकी मरम्मत नहीं हो पाई तो कुछ कह रहे हैं कि अवैध खनन ही एकमात्र वजह है जिसके चलते पुल की चूलें जर्जर हो गई थीं और इस तरफ किसी का ध्यान नहीं गया और आज पुल ढह कर जलमग्न हो गया है, जिलाधीश ने कहा कि सच्चाई चाहे जो भी हो न्यायिक जांच के बाद सामने आ जायेगी और जैसे ही रिपोर्ट आयेगी उसके बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी…