नई दिल्ली. भारतीय युवा वेटलिफ्टर अचिंत शुली ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में इतिहास रच दिया है. 20 साल के अचिंत ने वेटलिफ्टिंग में पुरुषों के 73 किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीता. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में यह भारत का तीसरा गोल्ड मेडल है. पश्चिम बंगाल के 21 वर्ष के शुली ने स्नैच में 143 किलो वजन उठाया जो कॉमनवेल्थ गेम्स का नया रिकॉर्ड हैं.
उन्होंने क्लीन एंड जर्क में 170 किलो समेत कुल 313 किलो वजन उठाकर कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड अपने नाम किया. पिछले साल जूनियर विश्व भारोत्तोलन चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाले शुली ने दोनों सर्वश्रेष्ठ लिफ्ट तीसरे प्रयास में किए, मलेशिया के ई हिदायत मोहम्मद को सिल्वर और कनाडा के शाद डारसिग्नी को ब्रॉन्ज मेडल मिला जिन्होंने क्रमश: 303 और 298 किलो वजन उठाया.
भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में जीता छठा पदक
भारत ने अब तक कॉमनवेल्थ गेम्स में 6 मेडल जीते हैं और सभी पदक वेटलिफ्टिंग में ही आए हैं. भारत ने अब तक तीन गोल्ड मेडल, दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है. अजिंत शुली से पहले 30 जुलाई (शनिवार) को संकेत महादेव सरगर ने पुरुषों के 55 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीता. उसके बाद गुरुराजा पुजारी ने 61 किलोग्राम भारवर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता.
वहीं, ओलंपिक मेडलिस्ट मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया. बिंदियारानी देवी ने भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स में चौथा मेडल दिलाया. उन्होंने 55 किग्रा वेट कैटेगरी में सिल्वर जीता. इसके बाद भारत की युवा सनसनी जेरेमी लालरिनुंगा ने 67 किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रहा. यह कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में वेटलिफ्टिंग में भारत का 131वां पदक है. भारत से ज्यादा पदक सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं.