सोलन में एक महिला पिछले 20 दिनों से अपने घर में कैदियों की तरह बंद रही। जिसका सबसे बड़ा कारण एचएआई की लापरवाही है। ऐसा आरोप सोलन की रहने वाली वृद्ध महिला सपना दास ने लगाया है। आप को बता दें कि सपना चम्बाघाट के समीप छोटे से घर में अपने वृद्ध पति के साथ रहती है।
फोरलेन निर्माण कार्य में जुटी कम्पनी ने खुदाई कर उनके घर का रास्ता बंद कर दिया। वृद्ध होने की वजह से वह अपने घर में कैद हो गई। जिसके बारे में उन्होंने कई बार जिला प्रशासन , नगर निगम और एनएचएआई को दूरभाष से सम्पर्क किया लेकिन किसी ने भी उनकी सुध नहीं ली।
आज उन्होंने एक व्यक्ति को बुला कर रास्ता ठीक करवाया जिसमें एनएचआई के कर्मचारी ने भी मदद करवाई तब जा कर वह आज घर से निकल पाई हैं। वृद्ध महिला सपना दास ने कहा कि वह और उनका पति रास्ता न होने की वजह से घर से निकल नहीं पा रहे है।
राशन लाने के लिए जान हथेली पर रख कर पगडंडी पर चढ़ना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एनएचएआई द्वारा उन्हें दीवार लगाने से पहले आश्वासन दिया था कि वह उनके घर के लिए अच्छा रास्ता बना कर देंगे जिसमें उनकी गाडी भी उनके घर तक पहुंच सकेगी।
लेकिन अब गाड़ी तो दूर की बात है उनके घर पैदल आना भी मुश्किल हो चुका है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा अब अस्थाई तौर पर रास्ता बनाया है लेकिन बरसात के समय पर उस पर चलना वृद्धों के लिए बेहद जोखिम भरा है। इसलिए वह जिला प्रशासन और सरकार से आग्रह करती हैं कि जल्द उनके घर के लिए रास्ता बनाया जाए।