महानिदेशालय की ओर से हवाई सेवाएं शुरू करने को लेकर मंजूरी दे दी गई है। मंत्रालय की पहले 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली-शिमला हवाई सेवा शुरू करने की योजना थी। महानिदेशालय की मंजूरी नहीं मिलने इसे 22 अगस्त तक टाला था। अब छह सितंबर से पहली उड़ान की तैयारी है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला और दिल्ली के बीच छह सितंबर से हवाई सेवाएं शुरू होंगी। नागर विमानन मंत्रालय ने 22 अगस्त का प्रस्तावित कार्यक्रम दो सप्ताह टाल दिया है। नागर विमानन महानिदेशालय की टीम जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे का निरीक्षण कर लौट गई है। महानिदेशालय की ओर से हवाई सेवाएं शुरू करने को लेकर मंजूरी दे दी गई है। मंत्रालय की पहले 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली-शिमला हवाई सेवा शुरू करने की योजना थी। महानिदेशालय की मंजूरी नहीं मिलने इसे 22 अगस्त तक टाला था। अब छह सितंबर से पहली उड़ान की तैयारी है।
शिमला के जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे से हवाई सेवाएं मार्च 2020 से बंद हैं। शिमला से सटे जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे का विस्तारीकरण कार्य पूरा हो चुका है। एयरपोर्ट का रनवे स्ट्रिप बढ़ाकर 1309 मीटर कर दिया है। हवाई पट्टी को सुधारने पर 100 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। पहले हवाई पट्टी 1163 मीटर थी। इसे 26 मीटर और बढ़ाकर 1189 किया गया है। 60-60 मीटर का दायरा रनवे स्ट्रिप के दोनों ओर बढ़ाया गया है। ऐसे में रनवे स्ट्रिप कुल 1309 मीटर हो गई है। उड़ान के लिए एटीआर 42 भी खरीद लिया है। वर्ष 2020 में एटीआर 42 की लीज समाप्त होने के बाद से इसे रिन्यू नहीं किया गया।
फरवरी 2020 तक एटीआर 42 (500) विमान की सुविधा मिल रही थी। कोरोना संकट के चलते केंद्र सरकार ने हवाई सेवाओं पर रोक लगाई थी। इसी बीच, एयर इंडिया की एलाइंस एयर के एटीआर 42 हवाई जहाज की लीज समाप्त हो गई। 2021 में भी लीज रिन्यू नहीं की गई। मार्च 2020 से पहले जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे पर 42 सीटर विमान में दिल्ली से आने वाली फ्लाइट में 30 से 35 सवारियां आती थीं। शिमला से वापसी के लिए टेक ऑफ रन कम होने से फ्लाइट में सिर्फ 10 सवारियों को ही ले जाया जाता था। इससे विमान कंपनी को नुकसान हो रहा था। कंपनी ने बीते वर्ष लीज समाप्त होने के बाद शिमला से एटीआर 42 विमान चलाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। अब रनवे स्ट्रिप बढ़ने से शिमला और दिल्ली के बीच दोनों ओर से 30 से 35 सवारियां आ-जा सकेंगी।