डॉ यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी ने ऑस्ट्रेलिया की वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत, दोनों विश्वविद्यालयों के बीच सहयोगी परियोजनाओं, संयुक्त शैक्षणिक और वैज्ञानिक गतिविधियों का विकास, संयुक्त ऑनलाइन सेमीनार और वेबिनार, संगोष्ठी और एक्स्चेंज कार्यक्रम का विकास किया जाएगा।
नौणी विवि के कुलपति डॉ परविंदर कौशल ने हाल ही में एक समारोह में इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए जिसमें वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधि भी ऑनलाइन जुड़े। इस समझौते पर आईसीएआर की विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा योजना (एनएएचईपी) के तहत हस्ताक्षर किए गए हैं। इसमें विश्वविद्यालय को संस्थागत विकास परियोजना (आईडीपी) प्रदान किया गया है। दोनों संस्थान, आईडीपी के तहत शिक्षण और अनुसंधान गतिविधियों के लिए स्नातक छात्रों और शैक्षणिक संकाय के आदान-प्रदान की दिशा में काम करेंगे।
निदेशक अनुसंधान डॉ राकेश गुप्ता, निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ पीके महाजन, डीन वानिकी डॉ भूपेंद्र गुप्ता,
कुलसचिव प्रशांत सरकेक, छात्र कल्याण अधिकारी डॉ रविंदर शर्मा, प्रधान अन्वेषक आईडीपी डॉ केके रैना, वित्त नियंत्रक सीआर शर्मा, और परियोजना टीम के सदस्य की उपस्थिति में इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर डॉ परविंदर कौशल ने कहा कि इस साझेदारी का उद्देश्य एक ढांचा प्रदान करना है जिसके तहत
दोनों विश्वविद्यालय संयुक्त गतिविधियों का संचालन करेंगे। इस समझौते के अंतर्गत की गई गतिविधियाँ, जिन्हें IDP के तहत हस्ताक्षरित किया जा रहा है, हमारे छात्रों और संकाय को अंतर्राष्ट्रीय संपर्क प्रदान करने के हमारे संकल्प को मजबूत करेगी। इससे न केवल उन्हें विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी, बल्कि
विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।
इस एमओयू के अंतर्गत विश्वविद्यालय जल्द ही स्नातक छात्रों के लिए उद्यमिता विकास, रिमोट सेंसिंग और
वैज्ञानिक संख्या पर वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी के साथ तीन ऑनलाइन शॉर्ट टर्म पाठ्यक्रम शुरू करेगा। स्नातक छात्रों का पहला समूह, 16 सप्ताह के इन ऑनलाइन पाठ्यक्रम को जल्द ही आरंभ करेगा जिससे उन्हें ऑस्ट्रेलिया में इस्तेमाल की जा रही उद्यमिता तकनीक में अंतर्दृष्टि मिलेगी। छात्रों को परियोजनाओं, शोध दस्तावेजों को लिखने के तरीके पर एक्सपोज़र मिलेगा और वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने में उन्हें मदद करेगा।
आईडीपी परियोजना, विश्वविद्यालय के एमएससी और डॉक्टरेट छात्रों को भविष्य में वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय से पूर्ण फैलोशिप प्राप्त करने के लिए मदद करेगी। कोविड 19 की स्थिति में सुधार होते ही स्नातक छात्रों को ऑस्ट्रेलिया जाने के अवसर मिलेंगे। ऑनलाइन कोर्स के पूरा होने के बाद, शिक्षण और अनुसंधान क्षेत्रों के शैक्षणिक स्टाफ का आदान-प्रदान शुरू होगा। यह पहली बार है जब इस तरह का कार्यक्रम शुरू किया गया है और यह छात्रों को वैज्ञानिक और अकादमिक गतिविधियों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर और विश्वविद्यालय रैंकिंग में सुधार करने में मदद मिलेगी। वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय के संकाय ऑनलाइन सेमिनार, वेबिनार और व्याख्यान आयोजित करने के लिए भी सहयोग करेंगे।
डॉ कौशल ने कहा कि विश्वविद्यालय ब्रिटेन और नीदरलैंड में संस्थानों के साथ सहयोग स्थापित करने के दिशा में वार्ता कर रहा है और उन्हें विश्वास है की निकट भविष्य में इन्हें पूरा कर लिया जाएगा।