डिंडौरी. मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले से दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक अधेड़ के शव को ट्यूब में बांधकर परिजनों ने उफनती नर्मदा नदी को पार किया. शख्स की रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई थी. उसके बाद अस्पताल ने शव वाहन उपलब्ध कराया. लेकिन, नदी पर पुल न होने की वजह से शव गांव तक वाहन में नहीं पहुंच सका. इसे लेकर यहां राजनीति भी शुरू हो गई. स्थानीय विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम ने मामले पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा.
जानकारी के मुताबिक, रविवार को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान 55 वर्षीय विषमत नंदा की मौत हो गई थी. उसके बाद परिजनों की अपील पर अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत शव वाहन का इंतजाम कर दिया. शव वाहन शव लेकर डिंडौरी जिला चिकित्सालय से 40 किलोमीटर दूर पथरकुचा गांव तक तो पहुंच गया, पर बीच में नर्मदा नदी आ गई. चूंकि, नर्मदा इस वक्त बाढ़ से उफन रही है, इसलिए उसे पार करने का कोई साधन नहीं है. यहां पुल का निर्माण भी नहीं हुआ. इस वजह से शव वाहन के जरिये मृतक के शव को ठाड़पथरा गांव तक पहुंचाना असंभव हो गया
मजबूर हो गए परिजन
इसके बाद जब कुछ नहीं सूझा तो परिजनों ने शव को दो ट्यूब के सहारे ले जाने का निर्णय लिया. उन्होंने शव को ट्यूब में बांधकर तैरते हुए बाढ़ से उफन रही नर्मदा नदी पार की. उसके बाद ही शव का अंतिम संस्कार हो सका. शव वाहन के चालक संदीप परिहार से जब न्यूज 18 ने बात की तो वह उस पल को याद करके दुखी हो गए. उन्होंने कहा कि शव को ट्यूब में बांधकर ले जाने वाला नजारा दिल को झकझोर देने वाला था. वहीं, ड्यूटी डॉक्टर सुरेश मरावी ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन ने शव को गांव तक पहुंचाने के लिए शव वाहन का इंतजाम कर दिया था.इस मामले पर राजनीति शुरू
दूसरी ओर, अब इस मामले पर राजनीति शुरू हो गई है. स्थानीय विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस तरह की कई घटनाएं देखने में आ रही हैं. यह सरकार की विफलता है. कई जगह पुल-पुलिया नहीं हैं और गरीब पिस रहे हैं. गरीबों को सुविधाएं नहीं मिल रहीं.