नई दिल्ली. रणजी ट्रॉफी में इस साल कई खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया. लेकिन, मुंबई की तरफ से खेलने वाले सरफराज खान सबसे अलग रहे. उन्होंने इस साल रणजी ट्रॉफी में रनों का अंबार लगा दिया. इस सीजन में सरफराज खान टॉप स्कोरर रहे. उन्होंने 6 मैच में ही 123 की औसत से 982 रन ठोके थे. इस सीजन में उनके बल्ले से 4 शतक भी निकले. इसमें फाइनल में मध्य प्रदेश के खिलाफ आई सेंचुरी भी शामिल है. हालांकि, उनकी यह शतक टीम की हार नहीं टाल पाया था और 41 बार के चैम्पियन मुंबई का इस बार खिताब जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया था. लेकिन, सरफराज ने टीम इंडिया के सेलेक्टर्स पर जरूर अपनी छाप छोड़ी.
सुनील गावस्कर ने भी सरफराज खान की जमकर तारीफ की थी और कहा था किअगर आने वाले वक्त में सरफराज भारतीय टेस्ट टीम में नजर आए तो उन्हें हैरानी नहीं होगी. हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में सरफराज ने गावस्कर से मिली तारीफ और अपनी फिटनेस को लेकर खुलकर बात की है.
सरफराज खान ने कहा, “यह बहुत सम्मान की बात है कि वह (गावस्कर) मेरे बारे में इतना सोचते हैं. अगर आप किसी क्रिकेट मैदान में जाकर वहां अभ्यास कर रहे किसी भी बच्चे से पूछें कि उसका अंतिम लक्ष्य क्या है तो उसका जवाब होगा कि वह भारत के लिए खेलना चाहता है. मेरा भी यही सपना है. लेकिन मेरे अब्बू कहते हैं, ‘प्रक्रिया पर भरोसा करो’. मैं इस उम्मीद में खेलता हूं कि मैं हर दिन बेहतर हो जाऊं. यह मेरा जुनून है; मैं हमेशा से यही करना चाहता था. जब यह मेरी किस्मत में होगा, तो मैं भारत के लिए खेलूंगा.”
कोहली ने वजन को लेकर सरफराज को टोका था
मुंबई के इस खिलाड़ी के बल्लेबाजी टैलेंट को लेकर कभी किसी को शक नहीं रहा. लेकिन, फिटनेस हमेशा से ही सवालों के घेरे में रही है. सरफराज ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में यह खुलासा किया कि एक बार विराट कोहली ने भी उनसे इस बारे में बात की थी, जब वो 2015-16 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का हिस्सा थे. तब सरफराज ने कोहली से कहा था कि वो आगे से अपने ‘स्वास्थ्य और फिटनेस’ पर अधिक गंभीरता से काम करेंगे.
कोहली की सलाह के बाद फिटनेस पर काम शुरू किया: सरफराज
सरफराज ने बताया, “जब मैंने 2015-16 में आईपीएल खेला था, तब मेरा फिटनेस का लेवल अच्छा नहीं था और विराट कोहली ने भी मुझे यह बताया था. उसके बाद, मैंने अपनी फिटनेस में सुधार किया, लेकिन मैंने फिर वजन बढ़ा लिया. लेकिन पिछले दो सालों में मैं अपनी सेहत और फिटनेस को लेकर काफी अनुशासित हूं. हर किसी का शरीर अलग होता है, लेकिन इससे मेरे खेल पर असर नहीं पड़ना चाहिए. पिछले आठ साल से मैं आईपीएल में हूं और फिटनेस टेस्ट पास कर रहा हूं. अपने ऑफ सीजन में भी मैं अपनी सेहत और फिटनेस पर ध्यान देता हूं. “
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इस बल्लेबाज ने आगे बताया, “जब हमें डाइट के बारे में नहीं पता था, तो हम सब खाते थे. लेकिन, अब हम अपनी डाइट को लेकर बिल्कुल अनुशासित हो गए हैं. घर में हम रोज नॉनवेज खाते थे. लेकिन, अब बिरयानी और चावल से बनी दूसरी डिशेज खाना छोड़ दिया है. हम बस रविवार या फिर किसी त्योहार पर ही बिरयानी खाते हैं.”