सोलन का अस्पताल अपनी अव्यवस्थाओं को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहा है। अब इस अस्पताल में इलाज कम और राजनीति अधिक होने लगी है। विडंबना यह है कि सोलन जिला से भाजपा शासन काम में दो बार प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके है। लेकिन उसके बावजूद भी सोलन अस्पताल की स्थिति जस की तस बनी हुई है। अभी तक यहाँ आने वाले रोगियों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। कभी टैस्टिंग मशीनें खराब रहती है तो तो कभी चिकित्स्कों की कमी के कारण इलाज नहीं हो पाता। अब पहली बार सोलन से कांग्रेस के स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल बने है जिन्होंने आते ही व्यवस्थाओं को बदलना आरंभ कर दिया है। यहाँ पिछले काफी महीनों से ओटीए और सर्जन नहीं है लेकिन अब उनकी व्यवस्था तुरंत सोलन के विधायक ने कर दी है।
2023-01-31