नई दिल्ली. भारत के अनुभवी स्क्वॉश खिलाड़ी सौरभ घोषाल (Saurav Ghosal) ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में स्क्वॉश के सिंगल इवेंट में भारत का यह पहला पदक है. 35 वर्षीय घोषाल पदक जीतने के बाद इमोशनल हो गए. उनकी आंखों से आंसू बहने लगे. इससे साफ जाहिर होता है कि इस पदक के लिए उन्होंने कितनी मेहनत की थी और उनके लिए यह मेडल कितना खास है.
पुरुषों के एकल वर्ग के ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में सौरभ घोषाल ने इंग्लैंड के जेम्स विलस्ट्रॉप ( James Willstrop ) को 11-6, 11-1 और 11-4 से पराजित किया. भारतीय खिलाड़ी ने स्थानीय खिलाड़ी को 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया. पश्चिम बंगाल के कोलकाता के रहने वाले सौरभ का कॉमनवेल्थ गेम्स में यह कुल दूसरा पदक है. इससे पहले उन्होंने 2018 में गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में दीपिका पल्लीकल (Dipika Pallikal Karthik) के साथ मिलकर मिश्रित युगल का रजत पदक जीता था.
दर्शकों ने खड़े होकर बजाई ताली
जीत के बाद सौरभ घोषाल ने प्रतिद्वंदी खिलाड़ी से हाथ मिलाया. सौरभ की इस कामयाबी पर दर्शकों ने सीट से खड़े होकर उनके लिए तालियां बजाई. इसके बाद भारतीय खिलाड़ी अपनी किट के पास गया और भावनाओं पर काबू नहीं रख सका. सौरभ बैठे और उनकी आंखों से आंसू छलकने लगे. घोषाल का यह इमोशनल वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी आंसू पोंछते हुए नजर आ रहे हैं.
सौरभ ने 2018 के चैंपियन को हराया
विश्व रैाकिंग में 15वें नंबर पर काबिज सौरभ को सेमीफाइनल में वर्ल्ड के दूसरे नंबर के खिलाड़ी पॉल कोल ने हराया था. सौरभ को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. वह स्क्वॉश में भारत के सुपरस्टार है. सौरभ ने 2018 के चैंपियन को हराकर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया है. घोषाल के इस ऐतिहासिक मेडल पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी बधाई देते हुए युवाओं के लिए प्रेरणादायी बताया है.