इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर में शनिवार को अजीबो-गरीब वाकया हुआ. एक लड़के ने दोस्तों से कहा- ‘कोई मेरे पिता को 500 रुपये में खरीदे तो मैं बेच दूं’. यह कहकर वह घर गया और 85 साल के अपने पिता की गला दबाकर हत्या कर दी.
हत्या के बाद वह अस्थि विसर्जन करने भी गया. हत्या उसने की है इसका खुलासा मृतक के शव के पोस्टमॉर्टम के बाद हुआ. पुलिस जब तक केस दर्ज कर आरोपी को पकड़ती वह फरार हो गया. आरोपी की तलाश जारी है. हत्या का यह मामला इंदौर के लसूड़िया थाना इलाके का है.
गौरतलब है कि कलयुगी बेटा आशीष गुप्ता अपने दोस्तों के साथ 85 वर्षीय पिता कन्हैया को गंभीर अवस्था में अस्पताल लेकर पहुंचा था. यहां उसने डॉक्टरों को बताया था कि पिता बिस्तर से जमीन पर गिर कर घायल हो गए हैं. कुछ दिनों तक चले उपचार के बाद कन्हैया गुप्ता की मौत हो गई. डॉक्टरों को मामला संदिग्ध लगा तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. इस पर पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बेटे की करतूत का खुलासा हो गया. पीएम रिपोर्ट में पता चला कि बुजुर्ग की मौत गला दबाने से हुई थी. हालांकि जब पीएम रिपोर्ट डॉक्टर्स के माध्यम से पुलिस के हाथ लगती, तब तक हत्यारा बेटा पिता की अस्थियां विसर्जन करने चला गया था. इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज किया. आरोपी बेटे की तलाश की जा रही है, फिलहाल वह भाग गया है.
पिता से इस बात पर हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक, 85 साल के कन्हैया गुप्ता ने दो विवाह किए थे. दोनों पत्नियों से उन्हें एक-एक बेटा हुआ. उन्ही में से एक बेटे आशीष ने महज 20 हजार रुपये के लिए उनकी जान ले ली. 7 जुलाई को आरोपी आशीष अपने पिता के पास पहुंचा. उसने तीन माह के मकान किराया देने की बात कर उनसे 20 हजार रुपये मांगे. मृतक ने बोला कि बेवजह क्यों कर्जे ले रहे हो. एक रुपया भी नहीं मिलेगा. यदि बड़ा भाई कहेगा तो पैसे दे दूंगा. पिता के इंकार करने पर आशीष उनसे विवाद कर निकल आया. रात 9 बजे उसने अपने दोस्तों के साथ पार्टी की. उसने अपने दोस्तों से बातचीत के दौरान कहा बाप परेशान कर रहा है. घर पर कब्जा कर बैठा है. कहने लगा कि मैं किराये के मकान में परेशानी से रहता हूं, यदि कोई 500 रुपए में मेरे बाप को खरीदता है तो मैं बेचने को तैयार हूं.
बेटे ने की भटकाने की कोशिश
नशे की हालत में वह कुछ देर के लिए निकल गया और करीब एक घंटे बाद वापिस लौटा. लौटने पर साथी ने पूछा कहां गया था तो हंसकर कहने लगा बाप को बेचने गया था. अगले दिन आरोपी ने अपने दोस्त को फोन किया कहने लगा कि पिता को गैस सिलेंडर देने चलना है. वह ढोंग रचने के लिए अपने दोस्तों के साथ घर पहुंचा और पिता को पुकारने लगा. जब पिता की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला तो उसने अनहोनी की आशंका व्यक्त की. वह दोस्तों के साथ अंदर गया तो पिता बेहोशी की हालत में पड़े थे. इसके बाद सभी उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे. जिन्हें वह रात में गला दबाकर मरा हुआ समझकर चला गया था, वह कोमा में घर पर पड़े थे. उनकी सांस चल रही थी. आरोपी बेटे ने डॉक्टरों को बताया कि पिताजी घर पर बिस्तर से गिर गए हैं. हालांकि कुछ दिनों तक उनका उपचार चला, लेकिन फिर उनकी मौत हो गई.
डीसीपी ने कही ये बात
डीसीपी रजत सकलेचा ने कहा कि पीएम रिपोर्ट से पता चला कि बुजुर्ग की मौत बिस्तर से गिरने की वजह से नहीं बल्कि गला दबाने और पीटने से हुई थी. पुलिस ने कॉल रिकार्ड, टावर लोकेशन और सीसीटीवी के आधार पर आरोपी आशीष के दोस्तों से सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी के झूठ से पर्दा उठ गया और कत्ल का पर्दाफाश हो गया. पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है. आरोपी की तलाश की जा रही है.