अतिरक्त उपायुक्त सोलन विवेक चंदेल ने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय में महिला एवं बाल विकास विभाग विशेष रूप से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन के निर्देशानुरूप सराहनीय कार्य किया है। विवेक चंदेल आज यहां एकीकृत बाल विकास योजना, पोषाहार तथा किशोरी योजना, महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ तथा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए गठित ज़िला स्तरीय अनुश्रवण एवं समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
विवेक चंदेल ने कहा कि एक्टिव केस फाइडिंग अभियान, निगाह कार्यक्रम सहित लोगों को कोरोना संक्रमण के विषय में जागरूक बनाने तथा व्यापक स्तर पर घर पर मास्क तैयार करने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने अनुकरणीय भूमिका निभाई है। जिला सोलन में अब तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं तथा स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगभग 01 लाख 05 हजार मास्क बनाए गए हैं। जिला की 60 ग्राम पंचायतों में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डाॅ. राजीव सैजल की अगुवाई में 20 हजार से अधिक मास्क वितरित किए गए हैं। लोगों को मास्क पहनने का सही तरीका भी बताया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं, बच्चों और किशोरियों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य लक्षित समूहों को विभिन्न लाभ प्रदान करना और उन्हें बेहतर भविष्य के लिए तैयार करना है। उन्होंने ज़िला कार्यक्रम अधिकारी तथा सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं के लाभार्थियों का चयन निर्धारित मापदण्डों के अनुसार किया जाए।
उन्होंने कहा कि जिला में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण कार्य पूरा किया शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी केंद्रों में जिला के सभी समेकित बाल विकास अधिकारी अपने-अपने आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाए रखें ताकि इन केंद्रों में पढ़ रहे बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
विवेक चंदेल ने सभी से आग्रह किया कि यदि उन्हें अपने आसपास कोई असहाय दिव्यांग दिखाई दे तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें ताकि इस दिव्यांग व्यक्ति को समयबद्ध सहायता प्रदान की जा सके।
बैठक में अवगत करवाया गया कि सशक्त महिला योजना के अंतर्गत जिला में 219 सशक्त महिला केन्द्र बनाए गए हैं। इन केन्द्रों में साथ 02 हजार महिलाएं सदस्य के रूप में जुड़ी हैं। जिला में योजना के अंतर्गत 10 उत्कृष्ट बालिकाओं को पांच-पांच हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है।
बैठक में अवगत करवाया गया कि विभिन्न कारणों से प्रताड़ित महिलाओं की सहायता के लिए स्थापित वन स्टाॅप सेंटर में वर्ष 2019-20 में 68 मामले दर्ज कर प्रभावित महिलाओं को समुचित सहायता प्रदान की गई। जिला में लाॅकडाउन अवधि के दौरान घरेलू हिंसा के 39 मामले दर्ज किए गए। इन मामलों में आवश्यक परामर्श प्रदान किया गया।
ज़िला कार्यक्रम अधिकारी वंदना चैहान ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया तथा विभाग की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान की।
बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा की परिवीक्षाधीन अधिकारी रितिका, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बद्दी एनके शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक सोलन योगेश दत्त जोशी, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी राजकुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. राजन उप्पल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एनके गुप्ता सहित अधिकारी उपस्थित थे।
2020-06-30