संकेत मिश्र, लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान परशुराम जन्मस्थली के विकास का वादा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार अब उसे हकीकत करने जा रही है. यूपी की योगी सरकार राज्य में परशुराम तीर्थ सर्किट बनाने जा रही है, जिससे 6 जिलों के पांच तीर्थस्थल आपस में जुड़ जाएंगे.
परशुराम तीर्थ सर्किट का निर्माण राज्य का पीडब्ल्यूडी विभाग करेगा. यह सर्किट केवल ब्राम्हणों ही नहीं, हिंदुओं की आस्था के प्रमुख केंद्र नैमिष धाम, महर्षि दधीचि स्थल मिश्रिख, गोला गोकर्णनाथ, गोमती उद्गम, पूर्णागिरी मां के मंदिर के बॉर्डर से बाबा नीम कोरोरी धाम और जलालाबाद परशुराम की जन्मस्थली को जोड़ेगा.
दरअसल, परशुराम तीर्थ सर्किट यूपी के छह जिलों सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, बरेली, शाहजहांपुर, फरुखाबाद से होकर गुजरेगा. इस सर्किट की लंबाई पांच सौ किमी से ज्यादा है और इस कॉरिडोर के नैमिष तक का टेंडर भी हो गया है. दरअलस, योगी सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद ने शाहजहांपुर के जलालाबाद स्थित परशुराम जन्मस्थली को पर्यटन स्थल का दर्जा दिलाने की मांग की थी, जिसे सीएम योगी ने सरकार में आते ही पूरा किया.
नैमिषारण्यधाम से बाबा नीमकरौरी धाम तक परशुराम तीर्थ सर्किट बनेग
यह महर्षि परशुराम तीर्थ सर्किट नैमिषारण्य से महर्षि दधीचि की कर्मस्थली मिश्रिख, गोला गोकर्णनाथ, गोमती उद्गम होते हुए माता पूर्णागिरी से शाहजहांपुर के जलालाबाद स्थिति महर्षि परशुराम धाम से फर्रुखाबाद के नीम कोरोरी धाम तक बनेगा. यह सर्किट यूपी के सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर,फर्रुखाबाद, बरेली से होकर गुजरेगा. परशुराम सर्किट के रास्ते पर जगह-जगह इन सभी तीर्थस्तलों के बारे में वर्णन और चित्रण से इस रूट को काफी खूबसूरत बनाया जाएगा.
पीडब्ल्यूडी के अफसर बोले- प्रस्ताव हुआ पेश, जल्द बनेगा सर्किट
उत्तर प्रदेश एनएच के मुख्य अभियंता अशोक कनौजिया ने बताया कि परशुराम तीर्थ सर्किट का प्रस्ताव तैयार कर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बैठक में चर्चा भी हो चुकी है. इसकी मंजूरी मिलते ही काम शुरू करा दिया जाएगा. पीडब्ल्यूडी की एनएच विंग की तरफ से सर्किट निर्माण की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.