ग्राम पंचायत मधाला में लोगों की गंदे पानी की समस्या को सुलझाने पहूंचे दून के विधायक परमजीत सिंह पम्मी को लोगों ने खूब खरी खोटी सुनाई। प्रधान ग्राम पंचायत कुलतार मैहता व अन्य ग्रामीणों ने आई.पी.एच. विभाग के अधिकारियों पर सीधे तौर पर आरोप लगाया कि अधिकारी लोगेां की समस्याओं पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। प्रधान कुलतार मैहता का कहना है कि हर साल बरसात में उनके मधाला आई.पी.एच. टयूबैल में गाद आ जाती है व पानी इतना गंदा पानी आता है कि यहां क ोई भी बड़ी बीमारी फैल सकती है।
उन्होंने कहा कि जहंा से यह टयूबैल का पानी आता है उन पर कुछ शरारती तत्वों ने कब्जा किया हुआ है व यह लोग जानबूझ कर गाद बाला पानी गांव के लोगों को छोड़ते हैं व बाकी पानी अपने धानों को लगाते हैं। आलम यह है कि लेागों को मजबूरन गंदा पानी पीना पड़ रहा है। उन्हेांने कहा कि पिछले कुछ दिनों से ग्रामीण काफी परेशान थे व लगातार मिडिया व सोशल मिडिया के जरिए गांव की समस्या को उठाया गया। जिसके बाद विधायक व आई.पी.एच. विभाग के अधिकारी यहां पहूंचे व लोगों से उनकी समस्या जानी। उन्होंने कहा कि एस.डी.एम. व एक्सियन को लगातार इस समस्या से परिचित करवाया जा रहा है परन्तु अधिकारियों के कानों पर जुं तक नहीं रेंगती।
स्थानीय प्रधान व समाजसेव मनुशर्मा ने जल प्रबन्धन बोर्ड के प्रदेश उपाध्यक्ष दर्शन सैणी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो व्यक्ति अपने दून विस क्षेत्र की पानी की समस्या को हल नहंी करवा सकता व पूरे प्रदेश की समस्या का क्या समाधान निकालेगा । इसके अलावा मौके पर पहूंचे सूरजपुर पंचायत के लोगों ने विधायक को परिचित करवाया कि सन 1985 में सूरजपुर पंचायत से लोअर टिपरा को पाईप गई है व मात्र आधे इंच की लाईन है । इस लाईन से करीब 30 घरों को पानी जाता है । परन्तु इन लोगों को पानी नहीं मिल रहा है व विभाग द्वारा भी आशवासन के बाद भी उनकी पानी की समस्या हल नहीं हुई। वही आर एस एस के कार्यकर्ता मनु शर्मा ने कहा कि उनके द्वारा मंडल अध्यक्ष को भी पानी की समस्या के बारे में अवगत करवाया गया था मगर उन्होंने दो टूक जवाब दिया कि वह आर एस एस वह किसी भी संस्था से जुड़े कार्यकर्ताओं का काम नहीं करते वह सिर्फ भाजपा पार्टी के कार्यकर्ताओं का और पार्टी से जुड़े हुए लोगों का ही कार्य करते हैं और वही विधायक परमजीत पम्मी ने पंचायत के लोगों को आश्वासन दिया कि जल्द ही विभाग पानी की आ रही समस्या को दूर कर देंगे