दिनभर वो बच्चों को कोचिंग पढ़ाती थी वहीं रात में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करती थी. कमाल की बात ये है कि उनको यूपीएससी परीक्षा में पहली बार में सफलता हासिल नहीं हुई बल्कि कई प्रयासों के बाद उन्होंने अच्छी खासी रैंक हासिल की. उर्वशी की कहानी ऐसे युवाओं के लिए प्रेरणा हो सकती है, जो कोचिंग पढ़ाकर या किसी काम को करते हुए तैयारी करना चाहते हैं. आइए जानते हैं उन्होंने कैसे इस परीक्षा में सफलता हासिल की.
कौन हैं (Urvashi sengar upsc) उर्वशी सेंगर
उत्तर प्रदेश में ग्वालियर के न्यू ग्रेसम विहार बस्ती की रहने वाली उर्वशी एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके पिता का नाम रविंद्र सेंगर है जोकि इलेक्ट्रीशियन का काम करते थे. वहीं मां परिवार की जिम्मेदारियां संभालती थी. उर्वशी की शुरूआती पढ़ाई ग्वालियर से ही हुई.
बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में तेज होने के कारण उन्हें परिवार से पूरा सपोर्ट मिला. उन्होंने ग्वालियर के बादलगढ़ सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल से 12वीं तक पढ़ाई की. इसके बाद KRG गर्ल्स कॉलेज से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का विचार किया. जिसके बाद उन्होंने दिल्ली जाकर तैयारी करने का फैसला किया.
UPPSC की परीक्षा में हासिल की सफलता
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के दौरान वो अन्य परीक्षाओं के लिए भी कोशिश कर रहीं थी. पढ़ाई में अच्छा होने के कारण उन्हें यूपीपीएससी की परीक्षा में सफलता तो हासिल हो गई थी. लेकिन उर्वशी बड़े सपनों के साथ दिल्ली आई थी.
इसलिए उन्होंने UPPSC की नौकरी को छोड़कर फिर से यूपीएससी की तैयारी में लग गई. वो बताती हैं कि इस परीक्षा के लिए उन्होंने अपना बेसिक तो मजबूत किया ही था इसके साथ करेंट अफेयर्स और कोचिंग की मदद से अपनी पढ़ाई पूरी की।
532वीं रैंक हासिल कर बनीं अधिकारी
कड़ी मेहनत और सटीक रणनीति की बदौलत उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने (Urvashi sengar upsc rank) 532वीं रैंक हासिल की. उनकी इस सफलता के बाद परिवार काफी खुश है. उनके पिता का कहना है बेटी ने यूपीएससी परीक्षा पास कर परिवार का नाम रोशन किया है. वहीं मां ने बताया कि उर्वशी के 2 बहन और एक भाई भी है. छोटे बच्चों के लिए उर्वशी एक नजीर हैं.