जिला आयुर्वेद विभाग सोलन द्वारा धर्मपुर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत बढलग, धर्मपुर, बरोटीवाला तथा बुघारकनैता में एनीमिया जांच, पोषाहार तथा कोविड-19 के बारे में शिविर आयोजित किए गए।
यह जानकारी जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डाॅ. राजेन्द्र शर्मा ने आज यहां दी।
उन्होंने कहा कि इन ग्राम पंचायतों में आयोजित शिविरों में 306 रोगियों की एनीमिया जांच की गई तथा लोगों को संतुलित आहार लेने के लिए प्रेरित किया गया।
ग्राम पंचायत बढलग में 105, ग्राम पंचायत बुघारकनैता में 113, ग्राम पंचायत बरोटीवाला में 24 तथा ग्राम पंचायत धर्मपुर में 64 रोगियों की हीमोग्लोबिन की जांच की गई।
डाॅ. राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि इन शिविरों में लोगों को बताया गया कि शरीर में रक्त की कमी के कारण एनीमिया होता है।
एनीमिया के कारणों में सबसे प्रमुख कारण शरीर में आयरन की कमी है।
जब आपके आहार में लौह तत्व पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है, तब व्यक्ति एनीमिया पीड़ित हो जाता है।
इसके अलावा अगर किसी भी कारण से शरीर में रक्त की कमी हो जाती है तो भी यह समस्या उत्पन्न होती है।
चोट लगने पर खून निकलना, माहवारी या प्रसव में अधिक मात्रा में खून का बहना भी एनीमिया का एक कारण है।
शिविर में उपस्थित लोगों को संतुलित आहार के बारे में बताया गया।
आहार में यदि हरी सब्जियां व फल शामिल शामिल न हो तो व्यक्ति एनीमिया पीड़ित हो जाता है।
इस रोग में शरीर के ब्लड सेल्स का स्तर सामान्य से कम हो जाता है।
शिविर में कोविड-19 से सुरक्षा बारे भी लोगों को जानकारी दी गई।
इस अवसर पर रोगियों को एनीमिया की निःशुल्क दवाएं भी वितरित की गईं।
डाॅ. राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि 23 सितम्बर को ग्राम पंचायत रौड़ी के पंचायत घर रौड़ी कोटला, ग्राम पंचायत बारियां के आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र जोहड़जी, ग्राम पंचायत सूरजपुर के आंगनवाड़ी केन्द्र सूरजपुर तथा ग्राम पंचायत हुड़ंग के आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र कण्डा में कोविड-19 एवं एनीमिया से जागरूकता के लिए शिविर आयोजित किए जाएंगे।
इस अवसर पर आयुर्वेदिक चिकित्सक डाॅ. मंजेश शर्मा, डाॅ. प्रियंका सूद, डाॅ. विनय सूद, डाॅ. रक्षा तथा आयुर्वेद विभाग के अन्य कर्मचारी तथा स्थानीय निवासी थे।