नई दिल्ली. भारत, अमेरिका सहित दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाएं जहां महंगाई को थामने के लिए अपनी ब्याज दरों में धड़ाधड़ बढ़ोतरी कर रही हैं, वहीं चीन को अपनी विकास दर घटने की चिंता सता रही है और उसने आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देने के लिए ब्याज दरों में कटौती कर दी.
जुलाई में फैक्टरी उत्पादन और खुदरा बिक्री में बड़ी गिरावट को देखते हुए चीन के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों को अप्रत्याशियत रूप से घटा दिया है. जून-जुलाई के आंकड़े बताते हैं कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को अपनी विकास दर गिरने का खतरा दिख रहा है. जुलाई में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 3.8 फीसदी रही, जो इसी साल जून के 3.9 फीसदी से कम है, जबकि रॉयटर के पोल में अर्थशास्त्रियों के लगाए 4.6 फीसदी अनुमान से काफी पीछे है.
इसके बाद चीन के केंद्रीय बैंक ने देश में आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए ब्याज दर 0.10 प्रतिशत घटाकर 2.75 प्रतिशत कर दी है. पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने इसके साथ बैंकों को अतिरिक्त 400 अरब युआन (60 अरब डॉलर) उपलब्ध कराया है.
खुदरा बिक्री में भी सुस्ती
जुलाई में खुदरा बिक्री बीते साल के मुकाबले सिर्फ 2.7 फीसदी अधिक रही, जो जून में 3.1 फीसदी थी और सर्वे में अर्थशास्त्रियों ने 5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था. चीन के वरिष्ठ अर्थशास्त्री जूलियन इवांस ने कहा, जुलाई के आर्थिक आंकड़े प्री लॉकडॉन की रिकवरी में सेंध लगा रहे हैं. प्रॉपर्टी सेक्टर में मॉर्गेज का बाइकॉट किए जाने से रिटेल क्षेत्र पर बड़ा असर पड़ा है. कई शहरों और टूरिस्ट प्लेस पर दोबारा लॉकडाउन लगाए जाने की वजह से भी आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ा है.
प्रॉपर्टी सेक्टर में 30 फीसदी गिरावट
सबसे ज्यादा असर चीन के प्रॉपर्टी सेक्टर पर पड़ा है और यहां निवेश में जुलाई के दौरान 12.3 फीसदी की कमी आई, जो इस साल सबसे तेजी से घटा है. अगर नई प्रॉपर्टी बिक्री की बात करें तो इसमें भी 28.9 फीसदी की बड़ी गिरावट दिख रही है. रोजगार के मोर्चे पर भी चीन की चिंता बढ़ रही है. देशभर में कराए सर्वे के मुताबिक, बेरोजगारी दर जुलाई में थोड़ा घटकर 5.4 फीसदी पहुंची है, जो जून में 5.5 फीसदी थी. लेकिन, युवाओं में बेरोजगारी दर जुलाई के दौरान 19.9 फीसदी दिखी, जो काफी ज्यादा है.
विकास दर अनुमान में 1 फीसदी कटौती
ह्वाबाओ ट्रस्ट के इकोनॉमिस्ट नी वेन ने कहा, आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती की वजह से चीन की विकास दर का अनुमान 1 फीसदी घटाकर 4 से 4.5 फीसदी किया जा रहा है. ING ने भी 2022 में चीन की जीडीपी की विकास दर का अनुमान घटाकर 4 फीसदी कर दिया है, जो पहले 4.5 फीसदी लगाया था. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर आगे भी आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती कायम रही तो विकास दर का अनुमान और नीचे जा सकता है.