छपरा में पिछले 24 घंटे में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत

छपरा (सारण). शराबबंदी वाले बिहार में एक बार फिर से जहरीली शराब ने कहर बरपाया है. शराब पीने से पिछले 24 घंटे में 5 लोगों की संदिग्‍ध मोत होने का मामला सामने आया है. शराब पीने से 2 लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ गए हैं, जिनका इलाज सदर अस्‍पताल में चल रहा है. स्‍थानीय पुलिस ने शवों को कब्‍जे में लेकर उन्‍हें पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. अगस्‍त के शुरुआत में भी जिले में जहरीली शराब पीने से दर्जन भर लोगों की मौत हो गई थी. स्‍थानीय प्रशासन और पुलिस ने उस वक्‍त सख्‍त कार्रवाई करने की बात कही थी, लेकिन कुछ दिनों के बाद ही एक बार फिर से शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गई.

जानकारी के अनुसार, मृतकों के परिजनों ने शराब पीने की पुष्टि की है. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. शराब पीने से मौत का यह मामला गरखा थाना क्षेत्र के भुआलपुर गांव की बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि सभी लोगों ने गुरुवार को मुचकनपुर के पास अवैध शराब बेचने वाले से दारू खरीदी थी. शराब का सेवन करते ही एक-एक कर सबकी तबीयत बिगड़ गई. पिछले 24 घंटे में जहरीली शराब का सेवन करने वाले 5 लोगों की मौत हो गई. एक ही गांव में 5 लोगों की मौत के बद स्‍थानीय प्रशासन हरकत में आया. सभी शवों को पोस्‍टमॉर्टम के लिए छपरा सदर अस्‍पताल लाया गया है. पोस्टमॉर्टम के बाद असली वजह स्‍पष्‍ट हो सकेगी.

मृतकों की हुई पहचान
मृतकों की पहचान रामजीवन राम, रोहित सिंह, लोहा सिंह, पप्पू सिंह और अल्लाउद्दीन के तौर पर की गई है. गांव में शराब पीने से लगातार हो रही मौत के बाद कोहराम मच गया है. लोग अपने-अपने परिजनों को इलाज के लिए अस्पताल में लेकर पहुंच रहे हैं. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने इलाके में कैंप किया और दोषियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है. उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही विभाग की टीम गांव पहुंच गई और छानबीन शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि वास्तव में मामला क्या है. हालांकि, हाल ही में मकेर में जहरीली शराब से 13 लोगों की मौत के बाद गरखा में भी ऐसा ही मामला सामने आने से शराबबंदी पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

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1 साल में जहरीली शराब से 50 मौत
पिछले 1 साल में छपरा में बात करें तो शराब के कारण 50 से अधिक मौतें हुई हैं. इनमें कई मौतें प्रशासन की नजर में नहीं हैं. छपरा के मकेर में शराब कांड की घटना के बाद एक बार फिर महिलाओं की आंखों में आंसू हैं और महिलाएं पूछ रही हैं कि सरकार बताइए कि शराबबंदी क्यों सफल नहीं है? अभी यह मामला शांत भी नहीं पड़ा था कि भुआलपुर गांव में शराब कांड हो गया.