महिला और बाल विकास विभाग की निदेशक रुपाली ठाकुर ने कहा कि बेटी अनमोल छात्रवृत्ति योजना में वृद्धि का कोई प्रस्ताव नहीं है।
छात्रवृत्ति योजना में प्रदेश की बेटियों से खेल हो गया है। प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा विभाग की विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं में हजारों की वृद्धि की है, लेकिन महिला और बाल विकास विभाग के सौजन्य से बेटियों को दी जाने वाली बेटी है अनमोल छात्रवृत्ति योजना में कोई भी वृद्धि नहीं की गई है। 30 जुलाई को इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
शिक्षा विभाग की महर्षि वाल्मीकि, मुख्यमंत्री विद्यार्थी कल्याण योजना, कल्पना चावला छात्रवृत्ति योजना, स्वामी विवेकानंद छात्रवृत्ति योजना, इंदिरा गांधी उत्कृष्ट छात्रवृत्ति योजना, डॉ. भीमराव आंबेडकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना, राष्ट्रीय सैन्य विद्यालय छात्रवृत्ति योजना आदि में नौ हजार तक की वृद्धि की गई है। बेटियों को 29 जुलाई 2015 को सरकार ने अधिसूचना जारी कर छात्रवृत्ति में 50 प्रतिशत की वृद्धि की थी। इसके बाद छात्रवृत्ति में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।
बेटियों को पहली कक्षा से स्नातक तक और एमबीबीएस, विधि स्नातक, इंजीनियर के लिए छात्रवृत्ति दी जाती है। इसके लिए छात्रवृत्ति 450 रुपये शुरू होकर अधिकतम 5,000 सालाना रुपये है। बेटियों को आशा थी कि सरकार उनकी छात्रवृत्ति भी बढ़ाएगी। उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
नीलाक्षी शर्मा, रूपाक्षी, प्रियंजल, सृष्टि, दिया शर्मा, दीपा, बंदना ने सरकार से उनकी भी छात्रवृत्ति में वृद्धि करने की मांग की है। महिला और बाल विकास विभाग की निदेशक रुपाली ठाकुर ने कहा कि बेटी अनमोल छात्रवृत्ति योजना में वृद्धि का कोई प्रस्ताव नहीं है। अगर शिक्षा विभाग ने छात्रवृत्ति में वृद्धि की है तो बेटियों की छात्रवृत्ति बढ़ाने का प्रस्ताव सरकार को भेजने पर विचार किया जाएगा।