sdm solan rohit rathor

जलजनित एवं अन्य रोगों की रोकथाम के सम्बन्ध मंे बैठक आयोजित

उपण्डलाधिकारी सोलन रोहित राठौर ने आज यहां डेंगू, पीलिया, स्क्रब टाईफस, आन्त्रशोथ (गेस्ट्रोएनट्राइटिस), अतिसार तथा हैजा जैसे विभिन्न जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए आयोजित खण्ड स्तरीय समन्वय समिति की एक बैठक की अध्यक्षता की।
रोहित राठौर ने कहा कि वर्षा ऋतु में विभिन्न जलजनित एवं अन्य रोग होने की सम्भावना अधिक रहती है। इनसे बचाव के लिए आवश्यक है कि उपमंडल सोलन में पारम्परिक जल स्त्रोतों के साथ-साथ विभिन्न जलापूर्ति योजनाओं को समय पर साफ किया जाए तथा घर के आसपास पानी एकत्र न होने दिया जाए ताकि मच्छर पनपने की सम्भावना न के बराबर रहे। उन्होंने कहा कि लोगों को यह भी समझाया जाना चाहिए कि पारम्परिक जल स्त्रोत समुचित देखभाल एवं साफ-सफाई के साथ ही दीर्घावधि तक लोगों को शुद्ध जल उपलब्ध करवा सकते हैं। 
उन्होंने निर्देश दिए कि उपमंडल में पेयजल भंडारों एवं पारम्परिक जल स्त्रोतों की आवश्यकतानुसार एवं समबयबद्ध क्लोरिनेशन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी पेयजल स्त्रोतों से समय-समय पर जल के नमूने एकत्र किए जाएं तथा पेयजल पीने योग्य न पाए जाने पर पेयजल स्त्रातों के निरीक्षण के लिए गठित समिति नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाए।
उन्होंने कहा कि सोलन उपमंडल में उपायुक्त सोलन के निर्देशानुसार पंचायत स्तर पर पेयजल स्त्रोतों की गुणवत्ता जांच के लिए रेंडम सैंपलिंग की जाए ताकि जलजनित रोगों से बचा जा सके और पेयजल को शुद्ध रखा जा सके। उन्होंने सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि पंचायत स्तर पर भी ब्लीचिंग पाउडर की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित बनाई जाए। 
रोहित राठौर ने कहा कि सभी क्षेत्रों में ऐसे पेयजल स्त्रोतों के पास सूचना पट्ट लगाए जाएं जहां का जल पीने योग्य नहीं है। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे केवल उन्हीं प्राकृतिक जल स्रोतों, बावड़ियों का पानी प्रयोग में लाएं जो सुरक्षित हैं। जिन बावड़ियों पर पानी न पीने के संबंध में चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं वहां का पानी प्रयोग में न लाएं। 
उन्होंने खण्ड चिकित्सा अधिकारी चण्डी को निर्देश दिए कि जन-जन को क्लोरीन की गोलियां उपलब्ध करवाएं। सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जलजनित रोगों की दवा एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाई जाएं। उन्होंने कहा कि जलजनित रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य कर्मी, स्वयंसेवी संस्थाएं, आशा कार्यकर्ता समन्वय स्थापित कर कार्य करें।
रोहित राठौर ने निर्देश दिए कि उपमंडल के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में अतिसार रोधी दवा तथा ग्लूकोज एवं अन्य चिकित्सीय द्रव्यों की उपलब्धता सुनिश्चित बनाई जाए। उन्होंने कहा कि अतिसार एवं अन्य जलजनित रोगों के फैलने के संबंध में सूचना तुरंत उपलब्ध करवाई जाएं। खण्ड स्तर पर इस दिशा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के त्वरित कार्यवाही बल तैयार रहें।
उन्होंने निर्देश दिए कि मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए घरों में उपयुक्त कीटनाशक का छिड़काव एवं बाहर फोगिंग की जाए।