जीनियस ग्लोबल स्कूल में गुड टच-बैड टच पर दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न -बच्चों ने जानी पॉवर ऑफ सेइंग नो की असली पॉवर
अध्यापिकाओं ने प्ले के जरिये बच्चों को किया जागरूक
हिमाचल दस्तक! सोलन
शहर के आनंद विहार स्थित जीनियस ग्लोबल स्कूल में बच्चों के लिए गुड टच-बैड टच और पॉवर ऑफ सेइंग नो पर दो दिवसीय कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम के अंतिम दिन पहली व दूसरी कक्षा के बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्रम में स्कूल की अध्यापिकाओं ने प्ले के ज़रिये बच्चों को समाज में फैलती बुराईओं और उनसे बचने के तरीके समझाए। बच्चों को समझाया की पब्लिक प्लेस जैसे बस स्टॉप, पार्क, बस, कार, पार्टी या स्कूलों में कोई उन्हें टच करता है तो उसके टच की फीलिंग को समझना जरूरी है। सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि बच्चे गुड और बैड टच का मतलब समझे। खासकर कोई भी किस नीयत के साथ उनके शरीर को टच कर रहा है। ये जरूर गौर करना चाहिए। कुछ भी अटपटा लगने की स्थिति में ऐसे एक्सपीरियंस अपने माता-पिता से हर रोज़ ज़रूर शेयर करने चाहिए। बच्चों को यह भी समझाया गया की जब कभी वे किसी परिस्थिति में कम्फर्टेबल महसूस न करें तो उनकी नो यानी न कितनी महत्वपूर्ण होती है। कार्यक्रम में बच्चों को उदाहरण के तौर पर कई ऐसी एक्टिविटी करवाई गई, जिससे बच्चे जल्दी समझ सके की खुद को ऐसी विकट परिस्थितियों में कैसे बचाव करना है। बच्चों से बकायदा रिवर्ट भी लिया गया कि उन्हें समझ आया या नहीं।
कविता पाठ में वंशोदिता और माधवी प्रथम…
रविंद्रनाथ टैगोर की जन्म दिवस के उपलक्ष्य पर स्कूल में कविता पाठ का आयोजन भी किया गया। अध्यापिकाओं ने बच्चों के साथ टैगोर के जीवन के रोचक किस्से साझा किये। कविता पाठ में कक्षा पांचवी से सातवीं के बच्चों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। माधवी, ह्रदय, दीहर, मधुमिता, वंशोदिता, वैभव, प्रवल, सौहार्द्ध और धानवी ने टैगोर की कविताएं सुनाई। साथ ही उनकी उपलब्धियों और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के बारे में जानकारी दी। कविता पाठ में माधवी और वंशोदिता ने प्रथम, दीहर, वैभव और मधुमिता ने दूसरा और ह्रदय और मन्नत ने तीसरा स्थान हासिल किया। स्कूल डायरेक्टर नीति शर्मा ने बताया की दो दिवसीय कार्यक्रम के अलावा स्कूल में रविंद्र नाथ टैगोर के जन्म दिवस पर कविता पाठ का आयोजन भी किया गया। बच्चों ने जहां दो दिन गुड टच बैड टच के बारे में अलग-अलग सेशन जानकारी हासिल की वहीं रविंद्र नाथ टैगोर के जन्मदिवस पर देश की महान हस्तियों को जानने और समझने का मौका मिला। उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यक्रम से देश के प्रति श्रद्धा बढ़ती है। इसलिए भविष्य में भी इस तरह के आयोजन होते रहेंगे। उन्होंने बताया की बच्चों ने दो दिन कार्यक्रम में पॉवर ऑफ नो शक्ति को जाना। बच्चे कार्यक्रम में बेहद उत्साहित नजर आए। पहले दिन तीसरी से सातवीं कक्षा के बच्चों को व दूसरे सेशन में प्री-नर्सरी से केजी के बच्चों को गुड टच-बैड टच की जानकारी दी और दूसरे दिन पहली व दूसरी कक्षा को।