जीवनधारा श्रवण वाहन गांवों में करेगा कान संबंधी रोगों की जांच, मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर कि

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला के माध्यम से शुरू किया गया यह वाहन श्रवण संबंधी समस्या की शुरुआती जांच और स्क्रीनिंग सुनिश्चित करेगा। 

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने गुरुवार को सचिवालय से जीवनधारा श्रवण वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला के माध्यम से शुरू किया गया यह वाहन श्रवण संबंधी समस्या की शुरुआती जांच और स्क्रीनिंग सुनिश्चित करेगा।

लगभग 70 लाख रुपये का यह वाहन अत्याधुनिक उपकरण जैसे ऑडियो मीटर, ऑटो एकोस्टिक ऐमिशन तथा बैरा इत्यादि से लैस है। इस वाहन में वाहन चालक सहित दो तकनीशियन और एक डाटा एंट्री ऑपरेटर भी उपलब्ध करवाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह वाहन प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य खंडों और अस्पतालों में भेजा जाएगा, जहां श्रवण संबंधी समस्या से ग्रसित मरीजों की जांच की जाएगी

वाहन में लगे उपकरण के माध्यम से मरीजों की जांच कर उन्हें हियरिंग एड ऑपरेशन और उपचार के लिए उपयुक्त संस्थानों में भेजा जाएगा। इस वाहन के माध्यम से बुजुर्गों में सुनने की मशीन व बच्चों में ऑपरेशन तथा कॉक्लियर इम्प्लांट लगाने में भी सहायता मिलेगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री निरोग योजना के तहत 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों के कानों की वार्षिक जांच का प्रावधान है।

राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला, प्रधान सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सुभाशीष पंडा, एनएचएम के मिशन निदेशक हेम राज बैरवा, स्वास्थ्य निदेशक डॉ. अनीता महाजन, राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गोपाल चौहान भी मौजूद रहे।