नोएडा. सुपरटेक के ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) में बारुद लगाने का काम अभी दो-चार दिन टलने की आशंका है. प्लान के मुताबिक ट्विन टावर में आज से बारुद (Explosive) लगाने का काम शुरू होना था, लेकिन कागजी कार्रवाई पूरी न होने के चलते आज का काम भी टल गया है. नोएडा पुलिस (Noida Police) ने अभी एडिफिस कंपनी को बारुद लाने और टावर में लगाने की एनओसी (NOC) नहीं दी है. हालांकि सोमवार को एनओसी मिलने और मंगलवार से काम शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही थी. सूत्रों की मानें तो नागपुर से हरी झंडी मिलने के बाद ही नोएडा पुलिस एनओसी जारी करेगी.
नोएडा पुलिस से इसलिए नहीं मिली एनओसी
जानकारों की मानें तो रीजनल एक्सप्लोसिव कंट्रोलर का दफ्तर आगरा में है. ट्वीन टावर के मामले में रीजनल ऑफिस आगरा से एक रिपोर्ट चीफ एक्सप्लोसिव कंट्रोलर, नागपुर को जानी थी. लेकिन यह रिपोर्ट वक्त से नहीं पहुंची है. ऐसी चर्चा है कि सोमवार की देर रात तक आगरा से यह रिपोर्ट नागपुर भेज दी गई है. ऐसे में आज शाम तक नोएडा पुलिस से एनओसी मिल जाने की उम्मीद जताई जा रही है.
नोएडा पुलिस से एनओसी मिलते ही ट्विन टावर में बारुद लगाने का काम शुरू हो जाएगा. इस दौरान टावर में सिर्फ कंपनी के इंजीनियर और जेट डिमोलिशन के एक्सपर्ट को ही जाने की अनुमति होगी. नोएडा पुलिस ने सोमवार की शाम से ही दोनों टावर को अपनी निगरानी में ले लिया है. अब 24 घंटे नोएडा पुलिस की निगाह टावर पर रहेगी. बारुद लगाने के दौरान भी सीसीटीवी से पूरे परिसर में निगाह रखी जाएगी. सीसीटीवी लगाने का काम भी चल रहा है. इसके लिए अलग से कंट्रोल रूम बनाया गया है.
टावर गिराने के लिए ऐसे लगाया जाएगा विस्फोटक
टावर गिराने के लिए बिल्डिंग के कॉलम और बीम में विस्फोटक भरे जाते हैं. कॉलम और बीम को वी शेप में काटा जाता है. फिर उसके अंदर विस्फोटक की छड़ रख दी जाती है. विस्फोटक ग्राउंड फ्लोर से लेकर 1 और 2 फ्लोर तक तो लगातार विस्फोटक रखा जाता है. लेकिन उसके बाद 4-4 फ्लोर का गैप देकर जैसे दूसरे के बाद 6 पर और 6 क बाद 10, 14, 18 और 22वें जानकारों की मानें तो किसी भी हाईराइज बिल्डिंग को गिराने के लिए उसके कॉलम और बीम में फ्लोर पर विस्फोटक भरा जाएगा. सूत्रों की मानें तो इसके लिए पूरी बिल्डिंग में करीब 7 हजार छेद किए जाएंगे.
विस्फोटक लगाने के दौरान ऐसी रहेगी सुरक्षा
सुपरटेक ट्विन टावर में विस्फोटक लगाने के दौरान सिर्फ तकनीशियनों को ही जाने की अनुमति होगी. इसके अलावा किसी भी बाहरी व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं होगी. दोनों टावर में करीब 20 से 25 दिन तक विस्फोटक लगाने का काम चलेगा. इस दौरान दोनों टावर की सुरक्षा स्थानीय पुलिस के हवाले रहेगी. टावर गिराने में कुल 3.5 हजार किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाएगा. टावर में हर रोज सिर्फ उतना ही विस्फोटक लाया जाएगा जितना एक दिन में लगाया जा सके. बाकी के स्टाक को टावर से अच्छी खासी दूरी पर रखा जाएगा.
पुलिस सिक्योरिटी में पलवल से ऐसे आएगा विस्फोटक
सूत्रों की मानें तो नोएडा के सेक्टर-93ए में स्थित ट्विन टावर को गिराने में 3.5 हजार किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाएगा. विस्फोटक यूपी के बाहर नागपुर से खरीदा गया है. विस्फोटक को नोएडा से दूर पलवल के पास रखा गया है. प्लान के मुताबिक 2 अगस्त से टावर में विस्फोटक लगाने का काम शुरू हो जाएगा. रोजाना पुलिस की सिक्योरिटी में ही विस्फोटक पलवल से नोएडा तक आएगा.
सुबह से शाम तक एडिफिस कंपनी के इंजीनियर टावर में विस्फोटक लगाने का काम करेंगे. टावर में विस्फोटक लगाने के बाद शाम को जितना बचेगा उसे पुलिस की निगरानी में ही वापस पलवल भेज दिया जाएगा. विस्फोटक लगाने से पहले टावर और उसके आसपास के इलाके को सीसीटीवी से कवर किया जाएगा.