शिमला. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पवन काजल और उपाध्यक्ष लिखविंदर राणा के भाजपा का कमल थामने के बाद कांग्रेस में कोहराम मचा हुआ है. सूत्र बता रहे हैं कि अभी पार्टी के कुछ और नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं. इसी बीच कांग्रेस डैमेज कंट्रोल में जुट गई है. भाजपा में असन्तुष्ट नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करने की कोशिशें जारी हैं.
सूत्रों के अनुसार, मंडी सदर से भाजपा विधायक अनिल शर्मा से बातचीत का जारी है. इसके अलावा, कांगड़ा में भाजपा के बड़े नेता और पूर्व मंत्री से भी संपर्क साधा गया है. कांग्रेस नुकसान से हुई भरपाई के लिए अंदरखाते जुट गई है. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा में कुछ लोग असहज महसूस कर रहे हैं और कई लोग कांग्रेस के संपर्क में हैं. दो विधायकों के भाजपा में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि वे भाजपा से आए थे और भाजपा में वापस चले गए.
कौन हुआ भाजपा में शामिल
बीते बुधवार को दिल्ली में कांगड़ा से कांग्रेस विधायक पवन काजल और नालागढ़ से विधायक लखविंदर राणा कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए. पवन काजल 2012 से कांगड़ा से विधायक हैं. 2017 विधानसभा चुनाव में कांगड़ा के 15 विधानसभा क्षेत्रों में से महज तीन सीटों पर जीतने वाली कांग्रेस की एक सीट कांगड़ा के काजल की ही थी. काजल चूंकी ओबीसी से ताल्लुक रखते हैं और उनका खुद का एक बड़ा निजी वोट बैंक माना जाता है. इसलिए उनके जाने से कांग्रेस को नुकसान जरूर होगा. गौरतलब है कि हिमाचल में नंवबर में विधानसभा चुनाव संभावित हैं. ऐसे में सूबे में सियासी हलचल तेज हुई है और नेताओं के दलबदल का दौर भी देखने को मिल रहा है.