चेन्नई. तमिलनाडु में चेन्नई के आइलैंड ग्राउंड में इन दिनों फूड फेस्टिवल चल रहा है, लेकिन इस बार फेस्टिवल से बीफ बिरयानी का स्टॉल नदारद है. इस मामले को लेकर तमिलनाडु के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री एम. सुब्रमण्यन ने शुक्रवार को कहा कि चेन्नई के आइलैंड ग्राउंड में चल रहे तीन दिवसीय फूड फेस्टिवल में बीफ बिरयानी नहीं परोसा जा रहा, क्योंकि इसके स्टॉल लगाने के लिए किसी भी कैटरर ने दिलचस्पी नहीं दिखाई.
पीटीआई के मुताबिक फूड फेस्टिवल में लोग शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं, जहां 150 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं. उनमें से कुछ में तमिलनाडु के पारंपरिक व्यंजनों की पेशकश की गई है. भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI ) की पहल ‘ईट राइट इंडिया’ के सहयोग से तमिलनाडु खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा आयोजित फूड फेस्टिवल में बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूहों ने भी भाग लिया है.
हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ मंत्री पी के शेखर बाबू के साथ सुब्रमण्यन ने इस फेस्टिवल का उद्घाटन किया. इसका समापन 14 अगस्त को स्वास्थ्य जागरूकता रैली के साथ होगा. बीफ बिरयानी के स्टॉल के बारे में पूछे जाने पर सुब्रमण्यन ने कहा कि तीन दिवसीय फूड फेस्टिवल में बीफ बिरयानी के स्टॉल की गैरमौजूदगी के पीछे कोई वजह नहीं है. ऐसा इसलिए हुआ है कि किसी भी कैटरर ने स्टॉल लगाने की पेशकश नहीं की.
उन्होंने आगे कहा कि अगर मैं यह खाता भी हूं तो इसे कोई मुद्दा बनाने की जरूरत नहीं है. हर व्यक्ति के खाने पीने की अपनी पसंद होती है और इसे कोई रोक नहीं सकता. अगर किसी ने दिलचस्पी दिखाई होती तो हम उन्हें स्टॉल लगाने की अनुमति देते. मालूम हो कि तमिलनाडु के पारंपरिक भोजन को बढ़ावा देने और जागरूकता पैदा करने के लिए राज्य खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा यह फूड फेस्टिवल’ आयोजित किया जाता है.
इसके साथ ही यह ईट राइट इंडिया अभियान के मकसद को उजागर करेगा, जो कि FSSAI द्वारा पोषण युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई एक पहल है.