तारा सुतारिया इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘एक विलेन रिटर्न्स’ के प्रमोशन में लगी हुई हैं. फिल्म रिलीज रिलीज होने के लिए तैयार है. फिल्म में उनके अपॉजिट अर्जुन कूपर हैं. इसके अलावा फिल्म में जॉन अब्राहम और दिशा पाटनी भी लीड रोल में हैं. तारा फिल्म के प्रचार में जी तोड़ मेहनत कर रही हैं. (फोटो साभारः Instagram @tarasutaria)
तारा सुतारिया एक इंटरव्यू में इंडस्ट्री में समान फीस नहीं मिलने और मेल और फीमेल कलाकारों में असमानता को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में इस तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए.”
तारा सुतारिया ने यह भी कहा कि पैपराजी एक्टर्स को सर कहकर बोलते हैं, जबकि को एक्ट्रेस को सिर्फ नाम लेकर बुलाते हैं. पिंकविला को दिए इंटरव्यू में तारा सुतारिया और अर्जुन कपूर दोनों ने इंडस्ट्री में असमानता पर बात की
अर्जुन कपूर ने कहा,”इस इंडस्ट्री में, महिलाओं को खुद को साबित करने के लिए बहुत कम वक्त मिलता है, लेकिन अब बड़ा अवसर मिलता है.” तारा ने कहा,”यह बात भी हाल ही में शुरू हुई, पिछले कुछ सालों से इस पर बात की जा रही है.” (फोटो साभारः Instagram @tarasutaria)
तारा सुतारिया ने कहा,“मैं बहुत मजबूत महिलाओं के घर में पली-बढ़ी हूं, जिनकी राय है, जो हर मायने में समान हैं, और उनके साथ बहुत सम्मान और प्यार का व्यवहार किया जाता है.” (फोटो साभारः Instagram @tarasutaria)
तारा सुतारिया ने कहा, “इसलिए मैंने असमानता की अवधारणा को कभी नहीं समझा. हां, यह सच है कि हमारे इंडस्ट्री में ज्यादातर चीजें समान नहीं हैं. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किसके साथ काम करते हैं.” (फोटो साभारः Instagram @tarasutaria)
तारा सुतारिया ने कहा, “और मैंने इसे व्यक्तिगत रूप से अनुभव किया है, इसलिए मैं केवल अपने लिए बोल सकती हूं, मैं किसी और के लिए नहीं बोल सकती. यह निश्चित रूप से बदल रहा है.” (फोटो साभारः Instagram @tarasutaria)
तारा सुतारिया से पूछा गया कि क्या इंडस्ट्री में सच में बदलाव हो रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा कि यह बहुत ही धीरे-धीरे बदल रहा है. उन्होंने कहा, “धीरे-धीरे, जितना मुझे लगता है जितना बदलना चाहिए, उससे कहीं बहुत धीमी गति से परिवर्तन हो रहा है.” (फोटो साभारः Instagram @tarasutaria)
तारा सुतारिया ने आगे कहा, “अगर यह दूसरा रास्ता होता, और अगर एक पुरुष कलाकार के लिए चीजों को बदलने की जरूरत होती तो इसमें बहुत तेजी से बदलाव होता. मैं आपको यही कह सकती हूं.” तारा ने कहा कि छोटी-छोटी चीजों से ही बदलाव हो सकता है.” (फोटो साभारः Instagram @tarasutaria)
तारा सुतारिया ने आगे कहा, ” हम जो गलत कर रहे हैं, उसके बारे में कुछ बड़ी बातचीत करने की आवश्यकता नहीं है. यह छोटी-छोटी बातों और छोटे-छोटे मतभेदों के बारे में हो सकता है जो हम कर सकते हैं.” तारा ने इसका एक उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा कि पैपराजी एक पुरुष कलाकार को सर कहकर बुलाते हैं, जबकि महिला कलाकार का पूरा नाम भी नहीं लेते. उन्होंने कहा कि उन्हें ‘मैम’ न कहे लेकिन थोड़ा सम्मान तो दें.