नई दिल्ली. बाजार के जानकारों के अनुसार, इस सप्ताह शेयर बाजार का रुख कंपनियों के तिमाही नतीजों और वैश्विक संकेतों से तय होगा. गौरतलब है कि आगामी सप्ताह छुट्टियों के कारण कारोबारी दिनों के लिहाज से छोटा रहेगा. शेयर बाजार मुहर्रम के मौके पर मंगलवार को बंद रहेंगे. विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी निवेशकों का रुख भी बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा.
स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार का सामना तिमाही आय के अंतिम चरण से होगा. बाजार को एसबीआई, एचपीसीएल और बीपीसीएल के नतीजों पर प्रतिक्रिया देनी है. इसके अलावा अडाणी पोर्ट्स, भारती एयरटेल, पावरग्रिड, कोल इंडिया, आयशर मोटर्स, हिंडाल्को, ग्रासिम, हीरो मोटोकॉर्प, एलआईसी, ओएनजीसी और बाटा इंडिया के परिणाम भी आगामी सप्ताह में आएंगे.’’ उन्होंने कहा कि बाजार के लिए वैश्विक संकेत महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि भू-राजनीतिक चिंताएं बढ़ रही हैं.
आर्थिक आंकड़े और चीन-ताइवान तनाव
विश्लेषकों के अनुसार, व्यापक आर्थिक आंकड़ों पर भी निवेशकों की नजर होगी. भारत 12 अगस्त को अपने सीपीआई और आईआईपी आंकड़ों की घोषणा करेगा. अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े 10 अगस्त को आएंगे. रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष शोध अजीत मिश्रा ने कहा, ‘‘चीन-ताइवान तनाव के और बढ़ने से बाजार में अस्थिरता बढ़ सकती है. आंकड़ों के लिहाज से आईआईपी और सीपीआई मुद्रास्फीति के आंकड़े 12 अगस्त को आने हैं.’’ उधर, हमेशा की तरह डॉलर इंडेक्स का भी भारत के इक्विटी बाजार में निवेश पर असर होगा. इसके अलावा यूके और यूरोपीय क्षेत्र के औद्योगिक आंकड़ें इस हफ्ते आने हैं.
पिछले हफ्ते शीर्ष 8 कंपनियों ने जोड़े 93,000 करोड़ रुपये
देश की 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में आठ ने पिछले सप्ताह अपने बाजार मूल्यांकन में 98,234.82 करोड़ रुपये जोड़े. केवल एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के मूल्यांकन में ही गिरावट आई. इस अवधि में सर्वाधिक लाभ इंफोसिस (28,170.02 करोड़ रुपये) और टीसीएस ( 23,582.58 करोड़ रुपये) रहा.
एसबीआई को जून तिमाही में हुआ घाटा
भारत के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 6,068 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ. हालांकि, यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले 6.7 फीसदी कम है. वहीं, बैंक की नेट इंटरस्ट इनकम (एनआईआई) में इजाफा हुआ है. बैंक की एनआईआई 12.87 फीसदी बढ़कर 31,196 करोड़ रुपये हो गई तो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 27,638 करोड़ रही थी.