पिछले 90 दिनों से लापता अधेड़ का शव (Dead Body) घर से दो किलोमीटर दूर नलटा नाला में मिला है। ठियोग के महोग के रहने वाले 53 वर्षीय भगतराम को ढूंढने के लिए सर्च अभियान छेड़ा हुआ था। इसी क्रम में सीआईडी (CID) की एसआईटी टीम ने 15 दिन के भीतर ही इस शव को खोज निकाला है। परिजन लगातार हत्या की आशंका जता रहे थे, लेकिन ठियोग पुलिस (Theyog Police) द्वारा खोजने में नाकाम रहने पर डीजीपी द्वारा ने एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी (SIT) को घर से करीब 2 किलोमीटर दूरी पर सोमवार को ढांक में शव मिला । शव के हाथ और पांव काट दिए गए थे । शव को पोस्टमार्टम (Post Mortem) के लिए आईजीएमसी लाया गया, जहां परिजनों ने ठियोग पुलिस पर मामले को दबाने के आरोप लगाए । भगतराम की बेटी मनीषा ने कहा कि उनके पिता 30 नवंबर को महोग से ही लापता हो गए थे। इसको लेकर 3 दिसंबर को ठियोग पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाई गई थी, लेकिन पुलिस लगातार उन्हें गुमराह करती रही और जिन पर शक था, उनको गिरफ्तार तक नहीं किया।
ठियोग पुलिस पर कार्रवाई न गिरने का आरोप
डीएसपी (DSP) द्वारा भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके बाद डीजीपी से मामले की जांच की मांग की गई तो उन्होंने एसआईटी का गठन किया और 15 दिन में ही उन्होंने शव खोज निकाला। उन्होंने कहा कि पंचायत के ही चार लोगों द्वारा उनके पिता की हत्या की गई है और उनके नाम भी पुलिस को दिए थेए लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। उन्होंने डीजीपी से इन चारों को गिरफ्तार (Arrested) कर फांसी देने की मांग की । वहीं, भगतराम की भाभी ने कहा कि ठियोग पुलिस शुरू से इस मामले को दबाने का ही प्रयास करती रही और कार्रवाई के नाम पर लीपापोती करती रही पुलिस द्वारा चार आरोपियों को गिरफ्तार तक नहीं किया। उन्होंने सीएम से ठियोग डीएसपी ओर अन्य पुलिस कर्मियों पर कार्यवाई करने की मांग भी की।